ठगी के लिए अपने ही जिस्म का करता था सौदा, साइबर क्राइम का ये तरीका जानकर दंग रह जाएंगे आप
प्रयागराज पुलिस की गिरफ्त में आया शातिर अपराधी जौनपुर जिले का रहने वाला है. पिछले दो सालों से ये प्रयागराज में रहकर पढ़ाई कर रहा है. पुलिस के मुताबिक रजनीश नाम का ये शातिर फेसबुक और होमोसेक्सुअल वेब साइट्स के जरिए अपने शिकार की तलाश करता था.
प्रयागराज: प्रयागराज पुलिस ने ऑनलाइन ठगी कर लोगों को लाखों रुपयों की चपत लगाने वाले एक ऐसे शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो होमोसेक्सुअल यानी समलैंगिक बनकर जरूरतमंदों को अपना शिकार बनाता था. ये शातिर अपराधी होमोसेक्सुअलल साइट्स के जरिये परेशान लोगों की पहचान करता था फिर उनसे दोस्ती कर बाद में शारीरिक संबंध बनाने के बहाने उनके बैंक एकाउंट की जानकारी लेकर खातों से पैसे उड़ा देता था.
पुलिस भी है हैरान ये शातिर ज्यादातर उन लोगों को अपने जाल में फंसाता था, जो विधुर या तलाकशुदा होने के बाद अकेले जिंदगी बिता रहे होते थे. पुलिस की गिरफ्त में आया ये शातिर अपराधी महज 20 साल का है और बीए का स्टूडेंट हैं. अपराध के इस अनूठे तरीके को लेकर पुलिस के आला अधिकारी भी हैरत में हैं और वो लोगों को ऐसे शातिरों से बचने की नसीहत दे रहे हैं. अकेले रहने वालो लोगों पर रहती थी नजर प्रयागराज पुलिस की गिरफ्त में आए शातिर अपराधी का नाम रजनीश यादव है और ये यूपी के जौनपुर जिले का रहने वाला है. पिछले दो सालों से ये प्रयागराज में रहकर बीए की पढ़ाई कर रहा है. पुलिस के मुताबिक रजनीश नाम का यह शातिर फेसबुक और होमोसेक्सुअल वेब साइट्स के जरिए अपने शिकार की तलाश करता है. शिकार को अपने जाल में फंसाने के लिए ये ज्यादार प्लैनेट रोमियो साइट का सहारा लेता था. इस वेबसाइट के जरिये ये ऐसे लोगों का पता लगाता था, जो पत्नी की मौत या तलाक की वजह से अकेले रहते थे.
ज्यादा उम्र के लोगों को बनाता था शिकार शातिर उन लोगों को अपने जाल में फंसाता था, जो ज्यादा उम्र के होते थे. रसूखदार और आर्थिक तौर पर मजबूत होते थे. इस साइट्स पर डाले गए डिटेल्स के जरिये ये अपने शिकार का मोबाइल नंबर तलाश करता था. खुद को 'गे' बताकर उन्हें अश्लील मैसेज भेजता था और उनका अकेलापन दूर करने का लालच देता था. शिकार को जाल में फंसाने के बाद जिस्मानी रिश्ते बनाने के बहाने ये लोगों के घर पहुंच जाता था. वहां यह दो-चार दिन बिताकर शिकार के बारे में हर तरह की पर्सनल डिटेल्स हासिल कर लेता था. इसके बाद कभी क्रेडिट या डेबिट कार्ड उड़ाकर तो कभी मोबाइल का सिमकार्ड निकालकर उनके लाखों रुपयों को अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लेता था. कई बार ये ऑनलाइन शॉपिंग करके भी हजारों का चूना लगा देता था.
अकेलापन दूर करने का दिया लालच शातिर रजनीश ने कुछ दिनों पहले प्लैनेट रोमियो साइट के जरिए ही प्रयागराज के झूंसी इलाके के रहने वाले राजीव श्रीवास्तव नाम के एक अधेड़ शख्स को अपने जाल में फंसाया. रजनीश ने इन्हें भी पहले अश्लील मैसेज भेजे और फिर फोन पर खुद को होमोसेक्सुअल यानी 'गे' बताकर जिस्मानी रिश्तों के जरिये उनका अकेलापन दूर करने का लालच दिया. अपने शिकार को पूरी तरह तसल्ली देने के बाद वो पिछले साल 24 दिसंबर को उनके घर पहुंचा और दो-तीन दिनों तक वहीं रहा. इस दौरान उनके साथ संबंध बनाया और भरोसे में लेकर उनके डेबिट -क्रेडिट कार्ड, बैंक एकाउंट और पासबुक की जानकारी हासिल कर ली.
ऐसे खुली पोल शातिर ने राजीव श्रीवास्तव का फोन चुराकर उसमें से सिम कार्ड निकाल लिया. इसी मोबाइल फोन पर आने वाले ओटीपी के सहारे उसने उनके बैंक एकाउंट से 3 लाख 63 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए. राजीव श्रीवास्तव को पैसे ट्रांसफर होने के बारे में बाद में पता चला तो उन्होंने प्रयागराज में नए खुले साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया. पुलिस टीम ने इस मामले में तफ्तीश की तो बैंक एकाउंट के जरिये शातिर रजनीश यादव के बारे में जानकारी मिली. पुलिस ने जब इसे गिरफ्तार कर पूछताछ की तो इसके कारनामे सुनकर अफसरान भी हैरत में पड़ गए.
बदनामी के डर से लोग नहीं करते थे शिकायत प्रयागराज पुलिस के मुताबिक रजनीश यादव होमोसेक्सुअल बनकर इसी तरह तमाम लोगों को अपना शिकार बना चुका है. ज्यादातर मामलों में लोग खुद अपनी बदनामी भी होने के डर से पुलिस में शिकायत नहीं करते थे. पिछले दिनों उसने शहर के ही मीरापुर इलाके के रहने वाले एक शख्स से भी इसी तरह की ठगी की थी. वो पुलिस में जाने लगे तो रजनीश ने उन पर जबरन शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाकर धमकाते हुए उन्हें चुप रहने पर मजबूर कर दिया था.
पुलिस को दिया चैलेंज रजनीश इतना शातिर था कि पुलिस को इसे गिरफ्तार करने में तकरीबन एक महीने का वक्त लग गया. ये ठिकाने बदल बदलकर पुलिस से बचता जा रहा है. गिरफ्तारी से एक दिन पहले इसने पुलिस के जांच अधिकारी को मैसेज भेजकर उन्हें अपनी गिरफ्तारी करने का चैलेंज भी दिया था. रजनीश के शातिरपन की वजह से ही प्रयागराज पुलिस के आईजी रेंज केपी सिंह ने लोगों से किसी भी अंजान शख्स से दोस्ती गांठने या फिर रिश्ते बनाने से पहले सोच समझकर फैसला लेने की अपील की है. दूसरी तरफ पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद भी रजनीश काफी वक्त तक गुमराह करने की कोशिश करता रहा. वो कभी खुद को बेगुनाह बताने की कोशिश करता तो कभी पढ़ाई के लिए इस तरह का कदम मजबूरी में उठाने का बहाना बताता रहा.
खुलासा करने वाली टीम को मिलेगा इनाम बहरहाल, प्रयागराज पुलिस अब शातिर रजनीश को कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी में है, ताकि पूछताछ कर उसके गुनाहों की कुंडली को अंदर तक खंगाला जा सके. पुलिस ने फिलहाल उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और उसके बैंक खातों को सीज कर दिया है. पुलिस को मोबाइल फोन और बैंक खातों के जरिए इस केस के बारे में ज्यादा डिटेल्स मिलने की उम्मीद है. प्रयागराज रेंज के आईजी केपी सिंह ने इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पांच हदार रुपये का इनाम देने का एलान किया है.
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