प्रयागराज: अब व्हाट्सएप के जरिये मोबाइल लूट और चोरी की घटनाओं को ऐसे रोकेगी पुलिस
प्रयागराज पुलिस ने जिले में फोन स्नैचिंग और लूट की घटनाओं को रोकने के लिए नया तरीका अपनाया है. पुलिस ने इन घटनाओं को रोकने के लिए दुकानदारों और कारीगरों के साथ व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है.
![प्रयागराज: अब व्हाट्सएप के जरिये मोबाइल लूट और चोरी की घटनाओं को ऐसे रोकेगी पुलिस Prayagraj Police will stop incidents of mobile snatching and theft through WhatsApp ANN प्रयागराज: अब व्हाट्सएप के जरिये मोबाइल लूट और चोरी की घटनाओं को ऐसे रोकेगी पुलिस](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/07/18012555/PrayagrajPolice.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
प्रयागराज. प्रयागराज पुलिस ने मोबाइल फोन की छिनैती और चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए अब एक अनूठा तरीका ईजाद किया है. पुलिस अब मोबाइल लूट या चोरी की घटनाओं को काबू में करने के लिए व्हाट्सएप का सहारा लेगी. पुलिस ने इसके लिए शहर में मोबाइल फोन के प्रमुख बाजारों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है. इसमें संबंधित बाजारों के मोबाइल फोन बेचने वाले कारोबारियों और व रिपेयरिंग करने वाले कारीगरों के साथ ही पुलिस के लोगों को भी जोड़ा गया है. व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने वाले सभी दुकानदारों व कारीगरों को यह हिदायत दी गई है कि वह बिकने के लिए आने वाले पुराने मोबाइल फोन या उनके पार्ट्स के बारे में थोड़ी भी आशंका होने पर इसकी सूचना ग्रुप में देंगे. सूचना पर पुलिस की टीम दुकानों पर पहुंचकर छानबीन करेगी.
150 से ज्यादा दुकानदार और कारीगर ग्रुप से जुड़े दरअसल, पुलिस अफसरों का मानना है कि लूट-चोरी या छिनैती किये गए ज्यादातर मोबाइल फोन को दुकानदारों के जरिये बाजार में बेचा जाता है. कुछ शातिर फोन खोलकर इसके अलग-अलग पार्ट्स को रिपेयरिंग करने वाले कारीगरों को बेचते हैं. फिलहाल ट्रायल के तौर पर इसे सिविल लाइंस की इंदिरा भवन मार्केट में प्रयोग किया जा रहा है. यहां 150 से ज्यादा दुकानदारों और कारीगरों के साथ ही इलाके की पुलिस को भी जोड़ा गया है. स्थानीय चौकी प्रभारी को इस ग्रुप का एडमिन और नोडल अफसर बनाया गया है.
प्रयोग सफल होने का भरोसा इस तरह का अनूठा प्रयोग करने वाले डिप्टी एसपी और सीओ सिटी सेकेंड शुभम तोदी के मुताबिक मोबाइल फोन की लूट या चोरी की वारदातों को कुछ गिनती के बदमाश ही अंजाम देते हैं. ऐसे में अगर व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये कुछ लोग भी पकड़ में आ जाएंगे तो उससे पूरे गिरोह या नेटवर्क का पता लगाने में आसानी होगी. उनके मुताबिक अगर यह प्रयोग सफल रहा तो इसे दूसरे बाजारों में भी लागू किया जाएगा. उनका कहना है कि अगर दुकानदार ने संदिग्ध पुराने मोबाइल या उसके पार्ट्स की सूचना दिए बिना उसे कम पैसों में खरीद लिया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है.
ये भी पढ़ें:
यूपी: थानों में नहीं लगेगी टॉप-10 अपराधियों की लिस्ट, HC ने दिया बैनर हटाने का निर्देश
मुजफ्फरनगर महापंचायत: नरेश टिकैत बोले- चौधरी अजीत सिंह को हराकर गलती की, BJP का बहिष्कार करो
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![अनिल चमड़िया](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/4baddd0e52bfe72802d9f1be015c414b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)