UP News: प्रयागराज में राजेंद्र सिंह रज्जू भय्या यूनिवर्सिटी का हुआ दीक्षांत समारोह, एक लाख से ज्यादा छात्रों की दी गईं डिग्रियां
Rajendra Singh (Rajju Bhaiya) University Convocation: यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राजेंद्र सिंह रज्जू भय्या यूनिवर्सिटी में छात्रों की संख्या बढ़नी चाहिए और नए कोर्सेज भी शुरू होने चाहिए.
Rajendra Singh (Rajju Bhaiya) University 6th Convocation: उत्तर प्रदेश (UP) के प्रयागराज (Prayagraj) में प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भय्या राज्य विश्वविद्यालय का छठवां दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ. इस समारोह में यूपी की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) ने होनहार स्टूडेंटस को मेडल दिए. साथ ही मेडल और उपाधियां पाने वाले छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि जिन्हें मेडिल नहीं मिला है, उन छात्र छात्राओं को भी निराश होने की जरूरत नहीं है बल्कि और मेहनत करने जरूरत है.
राज्यपाल ने आगे कहा कि हर संस्था का 10 साल का अपना विजन डॉक्यूमेंट होना चाहिए, ताकि उसी के अनुरूप संस्था का विकास किया जा सके. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों और उससे संबद्ध कॉलेजों में साल भर गतिविधियां चलती रहनी चाहिए, जिससे शिक्षण संस्थानों की जीवंतता बनी रहे. इस दौरान उन्होंने प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भय्या यूनिवर्सिटी कैंपस को हरा भरा बनाने का भी संदेश दिया.
एक लाख 42 हजार 482 छात्रों को दी गईं डिग्रियां
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यूनिवर्सिटी के मुख्य कैंपस में तीन सालों में 280 से आज 2500 विद्यार्थी हो गए हैं. छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़नी चाहिए और नए कोर्सेज भी शुरू होने चाहिए. दीक्षांत समारोह में कुल एक लाख 42 हजार 482 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं. समारोह में 92 हजार 611 यूजी के, 26 हजार 166 पीजी के और 23 हजार 705 व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के छात्रों को उपाधियां दी गईं.
दीक्षांत समारोह में 161 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक भी दिए गए, जिसमें 102 छात्राओं और 59 छात्रों को मेडल दिए गए. 47 मेधावी छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक से नवाजा गया. इसमें 32 छात्राओं और 15 छात्रों को स्वर्ण पदक दिए गए. 52 मेधावी छात्र-छात्राओं को रजत पदक दिया गया, जिसमें 35 छात्राएं और 17 छात्र शामिल हैं. इसके अलावा मेधावी विद्यार्थियों को 57 कांस्य पदक भी दिए गए. चांसलर गोल्ड मेडल विश्वविद्यालय परिसर के एमकॉम के छात्र जयशंकर यादव को दिया गया.
ई-कार्ट सेवा का भी किया शुभारंभ
राज्यपाल ने इस मौके पर विश्वविद्यालय कैंपस के लिए शुरू हो रही ई-कार्ट सेवा का भी शुभारंभ किया. कैंपस में नवनिर्मित छह नए ब्लॉकों का भी लोकार्पण कर विश्वविद्यालय को समर्पित किया. गवर्नर ने इस मौके पर विश्वविद्यालय अतिथि गृह, पुरुष छात्रावास और शिक्षकों के नवनिर्मित आवासों का भी लोकार्पण किया. दीक्षांत समारोह में गवर्नर ने विश्वविद्यालय की स्मारिका का भी लोकार्पण किया. खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेताओं को भी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सम्मानित किया.
वहीं राज्यपाल ने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को शिक्षण सामग्री की किट प्रदान की. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी मंच पर बुलाकर आंगनबाड़ी किट प्रदान किया. दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अध्यक्ष शासी निकाय राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार, प्रो. प्रदीप कुमार जोशी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित किया. उन्होंने बच्चों को जहां शिक्षा के महत्व को बखूबी समझने का प्रयास किया.
'शिक्षकों को भी कराया गया उनके दायित्वों का बोध'
प्रदीप कुमार जोशी ने शिक्षकों को भी उनके दायित्वों का बोध कराया, ताकि शिक्षा के साथ ही बच्चों को मानवीय जीवन के मूल्यों का भी विकास कर सकें. विशिष्ट अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने भी छात्र-छात्राओं को बधाई दी. उन्होंने छात्रों के लिए उच्च शिक्षा में किया जा रहे कार्यों को भी गिनाया. कुलपति डॉ. अखिलेश कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियां कुलाधिपति और अन्य विशिष्ट अतिथियों के सामने रखीं.