(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
प्रयागराज: बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर रेजिडेंट डॉक्टर ने सुसाइड किया, डिप्रेशन के थे शिकार
कार में इंजेक्शन लगाकर खुदकुशी करने वाले डा० कार्तिकेय श्रीवास्तव के पैर की नसों में दिक्कत थी. इसकी वजह से वह बहुत देर तक खड़े नहीं हो पाते थे और उन्हें दिक्कत होने लगती थी.
Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर के अपनी कार में खुदकुशी किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. डॉक्टर का शव संदिग्ध हालत में कार के अंदर ड्राइविंग सीट पर पाया गया. कार की दूसरी सीट पर एनेस्थीसिया यानी बेहोशी में इस्तेमाल होने वाले नीयोवेक इंजेक्शन के दो वायल और सिरींज भी बरामद हुई है. आशंका जताई जा रही है कि डॉक्टर ने इसी इंजेक्शन का इस्तेमाल कर खुदकुशी की है.
हालांकि कार या डॉक्टर के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. पुलिस पूरे मामले की तफतीश कर रही है. अफसरों के मुताबिक पहली नजर में मामला खुदकुशी का है, लेकिन जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है. जानकारी के मुताबिक कार में इंजेक्शन लगाकर खुदकुशी करने वाले डा० कार्तिकेय श्रीवास्तव के पैर की नसों में दिक्कत थी. इसकी वजह से वह बहुत देर तक खड़े नहीं हो पाते थे और उन्हें दिक्कत होने लगती थी. इस वजह से वह अकसर डिप्रेशन में रहते थे. उनके नर्वस सिस्टम में भी दिक्कत होने की जानकारी मिली है. आशंका जताई जा रही है कि डॉक्टर ने इसी वजह से खुदकुशी कर ली.
क्या है मामला
मूल रूप से उत्तराखंड के कोटद्वार जिले के रहने वाले डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में पीजी सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहे थे. मेडिकल कॉलेज द्वारा संचालित स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के ऑर्थोपेडिक डिपार्मेंट में उनकी ड्यूटी रहती थी. वह मेडिकल कॉलेज के पास ही किराए का कमरा लेकर रहते थे. महज 27 साल के डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव की अभी शादी नहीं हुई थी.
उन्होंने पिछले साल प्रयागराज से ही अपनी जेल सुपरिंटेंडेंट बहन की शादी की थी. शनिवार देर रात ड्यूटी खत्म कर लौट रहे एक डॉक्टर ने देखा कि अस्पताल की पार्किंग में डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव अपनी कार के अंदर पड़े हैं. कार में कोई हलचल नहीं है. इस पर फौरन पुलिस को सूचना दी गई. डाक्टर का शव कार की ड्राइविंग सीट पर था. बगल की सीट पर एनेस्थीसिया के लिए दिए जाने वाले इंजेक्शन के दो वायल और सिरींज भी पड़ी हुई थी.
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मामले की जांच जारी
अस्पताल के डॉक्टरों ने कार्तिकेय श्रीवास्तव को पहले सीपीआर दिया और उसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन शरीर में कोई हलचल नहीं हुई. कुछ ही देर में पुलिस के कई बड़े अफसर फॉरेंसिक और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस मामले की जांच कर रही है. डॉक्टर के परिवार वालों को भी सूचना दे दी गई है. मौके पर पहुंचे डीसीपी सिटी अभिषेक भारती के मुताबिक डॉक्टर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम और जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही इस नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा कि मौत की असली वजह क्या है और अगर डॉक्टर ने खुदकुशी ही की है तो उसकी वजह क्या थी. बहरहाल रेजिडेंट डॉक्टर के कार के अंदर खुदकुशी करने की घटना से मेडिकल कॉलेज और स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है.