प्रयागराज: कानपुर के बिकरू कांड के बाद पुलिस एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे के जीवन पर जल्द ही एक किताब और फिल्म रिलीज होने जा रही है. किताब और फिल्म को लेकर विकास दुबे के परिवार वालों ने एतराज जताया है और दोनों पर रोक लगाए जाने की मांग की है. विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे ने इस मामले में किताब के लेखक और फिल्म के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर और कलाकारों को कानूनी नोटिस भेजा है. सात दिनों में उचित जवाब नहीं दिए जाने पर हाईकोर्ट में मुकदमा दाखिल किए जाने की बात कही है.
परिवार की छवि धूमिल होगी
ऋचा दुबे की तरफ से उनके वकीलों ने नोटिस भेजने के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय और सूचना व प्रसारण मंत्रालय में भी अर्जी देकर इस मामले में दखल देने की गुहार लगाई है. ऋचा दुबे के वकीलों ने 50 लाख रूपये लेकर फिल्म बनाने का अधिकार दिए जाने को भी गलत बनाया है. अर्जी में कहा गया है कि किताब और फिल्म से ऋचा दुबे और उनके परिवार की छवि धूमिल होगी.
भेजा कानूनी नोटिस
गौरतलब है कि, मृदुल कपिल नाम के लेखक इन दिनों मैं कानपुर वाला के नाम से विकास दुबे की जीवनी पर एक किताब लिख रहे हैं. उनकी इस स्टोरी को बेस बनाकर द प्रोडक्शन हेडक्वार्टर्स लिमिटेड और सरकार प्रोडक्शन इंडिया लिमिटेड नाम की प्रोडक्शन कम्पनी साथ मिलकर एक फिल्म का निर्माण कर रही हैं. फिल्म की शूटिंग तेजी से अलग-अलग जगहों पर की जा रही है. फिल्म का टाइटल हनक रखा गया है. ऋचा दुबे ने इसी फिल्म और किताब पर विरोध जताते हुए कानूनी नोटिस भेजा है.
ट्रेलर रिलीज होने के बाद परिवार को मिली जानकारी
ऋचा दुबे के वकील प्रभाशंकर मिश्र और ऋषभ राज ने इस मामले में प्रयागराज में प्रेस कांफ्रेंस कर कानूनी नोटिस और मंत्रालयों को अर्जी भेजने की जानकारी दी. नोटिसों पर खुद ऋचा दुबे ने भी दस्तखत किए हैं. नोटिस में कहा गया है कि किसी के जीवन पर फिल्म बनाने या किताब लिखने से पहले खुद उसकी या उसकी गैर मौजूदगी में परिवार की सहमति बेहद जरूरी है. किताब और फिल्म दोनों से ही जुड़े लोगों ने ऋचा दुबे को जानकारी तक नहीं दी है. फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद परिवार को इस बारे में जानकारी मिली है.
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