प्रयागराज: जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में समाजवादी पार्टी एक तरफ तो सत्ता के दुरूपयोग और खरीद-फरोख्त व दबाव बनाने का आरोप लगा रही हैं, तो वहीं दूसरी तरफ संगम नगरी प्रयागराज में उसके एक एमएलसी रात के अंधेरे में 40 लाख रुपयों के साथ पकडे गए हैं. प्रयागराज पुलिस ने रुपयों के साथ हिरासत में लिए गए सपा एमएलसी डॉ मान सिंह यादव के खिलाफ आईपीसी व आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. 


हालांकि दोपहर को मुचलके पर ही उन्हें थाने से छोड़ दिया गया. पुलिस ने बरामद किये गए 40 लाख रुपयों को जब्त कर लिया है. अफसरों का कहना है कि एमएलसी बरामद रूपयों के बारे में कोई ठोस जवाब नहीं दे सके. पुलिस ने इनकम टैक्स व दूसरे विभागों की टीमों को भी जांच में शामिल कर लिया है. पुलिस को इस बात का पूरा अंदेशा है कि बरामद किये गए चालीस लाख रुपये का दुरूपयोग पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में किया जाना था. ये पैसे पंचायत सदस्यों की खरीद फरोख्त में इस्तेमाल होने थे. 


एमएलसी आरोपों से साफ़ इंकार कर रहे हैं


हिरासत में लिए गए एमएलसी इन आरोपों से साफ़ इंकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि ये पैसे उनके एक व्यापारी मित्र के थे, जो उनके साथ गाड़ी में मौजूद था. हालांकि उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं था कि शहर से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर मेजा इलाके के टिकरी गांव के ढाबे पर आधी रात वह क्या करने गए हुए थे. 


अपने बचाव में उन्होंने यह दलील ज़रूर दी है कि बीजेपी जीत हासिल करने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है और विपक्षी समर्थकों को परेशान कर रही है. सपा एमएलसी डॉ मान सिंह के साथ उनके व्यापारी मित्र संजय यादव और ड्राइवर अरुण के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है.


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