(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद प्रयागराज के एसएसपी पर गिरी गाज, सस्पेंड किये गये
प्रयागराज में कोरोना महामारी को लेकर नियमों का ठीक से पालन नहीं कराया जा रहा था. इस पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई थी. इसके अलावा अभिषेक दीक्षित पर तैनाती में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे.
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराध नियंत्रण एवं कानून-व्यवस्था में ढिलाई और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मंगलवार को प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित को सस्पेंड कर दिया.
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, प्रयागराज के रूप में तैनाती की अवधि में दीक्षित द्वारा अनियमितताएं किये जाने और शासन व मुख्यालय के निर्देशों का अनुपालन सही ढंग से नहीं किये जाने का आरोप है.
अभिषेक दीक्षित पर लगे ये आरोप
बयान के मुताबिक अभिषेक दीक्षित पर तैनाती में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का भी आरोप है. इसके अलावा शासन एवं मुख्यालय के निर्देशों के अनुरूप नियमित रूप से पैदल गश्त और बैंकों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा एवं लूटपाट की घटनाओं की रोक-थाम के लिए अपेक्षित कार्रवाई नहीं करने का भी आरोप है.
हाईकोर्ट ने जताई थी नाराजगी
प्रयागराज में बीते तीन माह में लम्बित विवेचनाओं में भी निरंतर वृद्धि हुई है. गृह विभाग द्वारा जारी बयान के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी को लेकर सामाजिक दूरी के संबंध में सरकार के निर्देशों का जनपद में सही ढंग से पालन नहीं कराया गया जिस पर हाईकोर्ट द्वारा नाराजगी जतायी गयी थी.
निलम्बन की अवधि में अभिषेक दीक्षित लखनऊ में पुलिस महानिदेशक कार्यालय से अटैच रहेंगे.
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