Student Protest: छात्रों के आंदोलन के समर्थन में Drishti IAS, कहा- 'मांग जायज है, परीक्षा एक ही पाली में हो'
प्रयागराज में आंदोलन कर रहे छात्रों के समर्थन में दृष्टि आईएएस ने कहा है कि टीम दृष्टि छात्रों की उचित मांग के समर्थन में है. निवेदन है कि वे अपनी मांगों को कानून के दायरे में रहकर ही उठाएं.
Student Protest: यूपीपीएससी के पीसीएस ‘प्री’ और आरओ..एआरओ की परीक्षा को दो दिन में कराने के फैसले के विरोध में अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा. हालांकि देर रात से मंगलवार तक जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस आयुक्त द्वारा कई दौर की अभ्यर्थियों के साथ बातचीत बेनतीजा रही. आंदोलन कर रहे छात्रों ने पूरी रात खुले आसमान के नीचे गुजारी और फिर मंगलवार को पूरे दिन आंदोलन करते रहे.
आंदोलन कर रहे छात्रों के समर्थन में दृष्टि आईएएस ने सोशल मीडिया के जरिए एक पोस्ट किया है. उन्होंने पोस्ट कर लिखा, 'उत्तर प्रदेश लोक सेवा परीक्षा के नए फॉर्मेट के विरुद्ध चल रहे आंदोलन में विद्यार्थियों की चिंता और मांग जायज है. यह पूरी तरह न्यायसंगत है कि प्रिलिम्स की परीक्षा एक ही पाली में आयोजित हो और विद्यार्थियों को नॉर्मलाइजेशन के भय से मुक्ति मिले.'
नॉर्मलाइजेशन से उन्हें नुकसान हुआ- दृष्टि IAS
दृष्टि आईएएस ने आगे लिखा, 'एक विद्यार्थी की ओर से अच्छा सुझाव यह आया है कि अगर परीक्षा दो पालियों में आयोजित करने की मजबूरी है तो आयोग प्रिलिम्स के परिणाम को दुगुना कर दे अर्थात दोनों पालियों से उतने-उतने विद्यार्थियों को चुने जितने कुल चुने जाने थे. मुख्य परीक्षा आयोजित करना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा और विद्यार्थियों के मन से यह शंका भी निकल जाएगी कि नॉर्मलाइजेशन से उन्हें नुकसान हुआ है.'
उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'मुश्किल स्थितियों में मौलिक समाधान अपेक्षित होते हैं. सबसे अच्छा यह होगा कि निर्णय प्रक्रिया में विद्यार्थियों को भागीदार बनाया जाए. जो युवा कुछ समय बाद प्रशासन चलाएंगे, क्या वे अभी एक समस्या के समाधान में हिस्सेदार नहीं हो पाएंगे? टीम दृष्टि छात्रों की उचित मांग के समर्थन में है. निवेदन है कि वे अपनी मांगों को कानून के दायरे में रहकर ही उठाएं.'
बता दें कि आंदोलन कर रहे छात्रों का समर्थन पहले ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के साथ बीएसपी समेत तमाम दलों ने किया है. इसके अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी उनकी मांगों पर विचार करने के लिए कहा है.