UP Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज की मेजा तहसील के एक प्राथमिक विद्यालय में टीचर्स की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां प्राथमिक विद्यालय लोहरा के टीचर्स चार साल के एक बच्चे शिवांश पाल को स्कूल में बंद कर घर चले गए. मासूम शिवांश कई घंटे स्कूल में बंद रहा. स्कूल के टीचर्स घंटों पहले ही छुट्टी कर घर चले गए थे. जल्दबाजी के चक्कर में वह यह देखना भी भूल गए कि अंदर एक बच्चा खेल रहा है. गनीमत ये रही कि पास से गुजर रहे कुछ लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी, जिसके बाद उसे किसी तरह बाहर निकाला गया.


चार साल का शिवांश अपनी बहन शिवानी के साथ स्कूल गया था‌. हालांकि स्कूल में उसका इनरोलमेंट नहीं था. लेकिन, बच्चे के घर न पहुंचने पर उसके माता-पिता और परिजनों ने तलाश शुरू की. जिसके बाद बच्चे के स्कूल में बंद होने की जानकारी मिली. बीएसए के निर्देश पर टीचर्स ने स्कूल पहुंचकर ताला खोला. इसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने बच्चे को स्कूल से सुरक्षित बाहर निकाला. घटना को लेकर परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश है. 



बीएसए ने मामले का संज्ञान लिया
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने मामले का संज्ञान लिया है. बीएसए के मुताबिक प्राथमिक विद्यालय में हेडमास्टर समेत कुल चार शिक्षक तैनात हैं. हेडमास्टर सरकारी ड्यूटी पर गई हुई हैं, जबकि एक अन्य शिक्षिका मैटरनिटी लीव पर है. बीएसए प्रवीण तिवारी ने प्रभारी हेड मास्टर जूली को सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा शिक्षा मित्र ललिता का मानदेय रोक दिया गया है. साथ ही उसके कांट्रेक्ट को बढ़ाए जाने पर भी विचार करने को भी कहा गया है.


बीएसए ने पूरे मामले में जांच बैठा दी है. शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि टीचर्स व अन्य स्टाफ समय से पहले ही स्कूल में ताला बंद कर घर चले गए थे. टीचर्स व स्टाफ ने लापरवाही के चलते यह भी नहीं देखा की अंदर कोई बच्चा छूटा हुआ है. बच्चे के स्कूल में बंद होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लोग कह रहे हैं कि ऐसी ही गलतियों पर पर्दा डालने के लिए टीचर्स डिजिटल अटेंडेंस का विरोध कर रहे हैं.


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