Prayagraj News: प्रयागराज (Prayagraj) में राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल (Umesh Pal) की हत्या के बाद उनका शव पोस्टमार्टम के बाद उनके घर पहुंचा. उमेश पाल के घर के बाहर का इलाका पूरे तरीके से छावनी में तब्दील हो गया. वहीं उमेश पाल का पार्थिव शरीर घर से दारागंज घाट के लिए ले जाया जा रहा है, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा. मुख्य गवाह उमेश पाल हत्याकांड में पत्नी जया ने अतीक अहमद उनके भाई अशरफ पत्नी शाहिस्ता और बेटे समेत 7 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था. मालूम हो कि उमेश पाल पर शुक्रवार को जानलेवा हमला किया गया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी.
बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल का शव दारागंज श्मशान घाट पर लाया गया है और, कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया जा रहा है. उमेश पाल के बड़े भाई अशोक पाल ने छोटे भाई को मुखाग्नि दी और समर्थकों ने उमेश पाल अमर रहें की नारेबाजी की. वहीं हत्यारों को फांसी दिए जाने के भी नारे लगाए. बड़े भाई अशोक पाल ने सीएम योगी से परिवार को सुरक्षा देने की मांग की है. उन्होंने उमेश पाल की पत्नी को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की है. साथ ही उमेश पाल के 4 बच्चों की अच्छी तालीम की भी व्यवस्था किए जाने की सरकार से मांग की है.
भतीजे ने लगाया ये आरोप
उमेश पाल के भतीजे रोहित पाल उर्फ सनी ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है और कहा कि अतीक अहमद और उनकी पत्नी शाइस्ता बेगम ने साजिश रचकर उसके चाचा उमेश पाल की हत्या कराई है. उसने आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है. सनी ने साफ तौर पर कहा है कि अतीक अहमद का तीसरा बेटा असाद सीसीटीवी में गोली मारते हुए दिख रहा है. सनी ने कहा कि उन्हें सीएम योगी से पूरी उम्मीद है कि उनके परिवार को न्याय मिलेगा.
धूमनगंज थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है. उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में शामिल हत्यारों में से एक शूटर का हुलिया माफिया डॉन अतीक के बेटे से मैच कर रहा है. पुलिस ने मामले में 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं और सीसीटीवी फुटेज और साफ करने के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की मदद ली जा रही है. जांच में सामने आया है कि हत्या में 3 चाइनीज पिस्टल और देसी बम इस्तेमाल किया गया था. सीसीटीवी फुटेज में माफिया अतीक के हुलिया मिलने की खबर आ रही है, जिसके बाद पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल पर शुक्रवार को जानलेवा हमला किया गया, जिसके बाद इलाज के दौरान उमेश पाल की मौत हो गई. इसी के साथ दरअसल उमेश पाल की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, जिसके बाद बदमाशों की 3 गाड़ियां आई और उमेश पाल और सुरक्षाकर्मियों पर ताबड़तोड़ 14 राउंड फायरिंग की गई. साथ ही देसी बमों से भी हमला किया गया.
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