Umesh Pal Murder: बूढ़ी आंखों के सामने बेटे उमेश पाल को गोलियों से कर दिया छलनी, चीखती रह गई बेबस मां
Umesh Pal Murder Case: कार से उतरने के बाद जैसे ही हमलावरों ने उमेश पर गोलियां चलाना शुरू किया वो भागते हुए घर के सामने वाली गली में घुसे, दरवाजे पर खड़ी मां अपने बेटे को बचाने के लिए चीखने लगी.
Umesh Pal Murder News: बसपा (BSP) विधायक राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder Case) में मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal) और उनके गनर संजय निषाद पर ताबड़तोड़ गोलीबारी और बमबाजी करते हुए हत्या कर दी गई, महज 47 सेकेंड में बदमाशों ने सुलेमसराय स्थित घर के सामने ही उमेश पाल को गोलियों से छलनी कर दिया. दिल दहला देने वाली ये पूरी वारदात उमेश पाल की मां के सामने हुई, मां की बूढ़ी आंखों के सामने ही बदमाश उसके कलेजे के टुकड़े पर गोलियां और बमबाजी करते रहे और बेबस मां चीखती रह गई.
शुक्रवार को 4 बजकर 56 मिनट पर जब हमलावरों ने उमेश पाल पर हमला किया, उस वक्त उनकी मां शांति पाल घर के दरवाजे पर ही खड़ी थी. कार से उतरने के बाद जैसे ही हमलावरों ने उमेश पर गोलियां चलाना शुरू किया वो भागते हुए घर के सामने वाली गली में घुसे, हमलावर भी उनका पीछा करते हुए गली में पहुंच गए. वो लगातार बिना रुके गोलियां चलाएं जा रहे थे. दरवाजे पर खड़ी मां अपने बेटे को बचाने के लिए चीखने लगी और उसे छोड़ने की गुहार लगाने लगी, लेकिन किसी ने उसकी चीख-पुकार नहीं सुनी.
मां के सामने बरसाईं गोलियां
बूढ़ी मां शांति पाल ने रोते हुए बताया कि जब हमलावर उनके बेटे पर गोलियां बरसा कर चले गए तो भागते हुए अपने बेटे के पास पहुंची. बेटे गोलियों से छलनी हो चुका था. मां ने कहा कि हमने उसकी वर्दी फाड़ी यानी वो वकील की वो ड्रेस जिसमें उमेश पाल थे. उसके शरीर से खून ही खून बह रहा था. मां के मुंह से सिर्फ अतीक अहमद के लिए ही बद्दुआएं निकल रहीं थी. उमेश पाल की मां और पत्नी जया ने कहा कि ये हमला अतीक अहमद ने ही कराया है. वो काफी समय से उसके पीछे पड़ा था. वहीं उन्होंने दिनेश पासी का भी नाम लिया.
राजूपाल हत्याकांड में थे प्रमुख गवाह
उमेश पाल बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड के एकमात्र चश्मदीद गवाह थे. शुक्रवार को जब वो एक मामले की सुनवाई के बाद घर लौट रहे थे तभी हमलावरों ने योजनाबद्ध तरीके से इस हत्याकांड को अंजाम दिया. उन्होंने उमेश पाल के कार से उतरते ही हमला कर दिया. कहा जा रहा है कि बदमाश कचहरी से ही उनका पीछा कर रहे थे और जैसे ही वे कार से उतरे बदमाशों ने वारदात को अंजाम दे दिया. इस हमले में उमेश पाल और उनके गनर संजय निषाद की मौत हो गई जबकि एक गनर राघवेंद्र सिंह की हालत गंभीर है.
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