Prayagraj Latest News: तीर्थराज प्रयाग में संगम किनारे स्थित लेटे हुए हनुमान जी (Bade Hanuman Temple) का मंदिर दो हफ्ते बंद रहने के बाद आज एक बार फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. प्राचीन महत्व का यह मंदिर गंगा और यमुना (Flood In Ganga And Yamuna River) में आई जबरदस्त बाढ़ की वजह से 18 अगस्त से बंद चल रहा था. 18 अगस्त की रात को गंगा और यमुना की बाढ़ का पानी मंदिर परिसर में दाखिल होने पर पूजा अर्चना के बाद इसे बंद कर दिया गया था. धीरे-धीरे यहां 15-16 फीट तक पानी भर गया था. मंदिर परिसर में इतना ज्यादा पानी भर गया था कि यहां नावें चलानी पढ़ रही थी. 

 

बाढ़ के बाद खुला हनुमान जी का मंदिर

दो दिनों पहले बाढ़ का पानी हटने के बाद पूरे मंदिर परिसर की सफाई की गई और आज शनिवार के दिन से मंदिर के कपाट एक बार फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. शनिवार का दिन बजरंगबली का दिन कहा जाता है, लिहाजा दोबारा मंदिर खुलने पर आज पहले ही दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजा अर्चना करने के लिए इस मंदिर में आए. इस खास मौके पर पूरे मंदिर परिसर को बेहद खूबसूरती से सजाया गया था. मंदिर परिसर में फूलों और गुब्बारों से सजावट की गई थी. गर्भ गृह में बजरंग बली का विशेष श्रंगार किया गया था. हालांकि मंदिर के बाहरी परिसर में अब भी कीचड़ व गंदगी भरी हुई है. 

 

बड़ी संख्या में यहां आते हैं भक्त

प्रयागराज में संगम किनारे स्थित यह दुनिया का इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां बजरंग बली लेटी हुई अवस्था में अपने भक्तों को दर्शन देते हैं और उनका कल्याण करते हैं. यहां रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए आते हैं. शनिवार और मंगलवार को तो यहां इतनी भीड़ होती है कि मंदिर परिसर में तिल रखने तक की जगह नहीं होती. 


 

मंदिर खुलने से श्रद्धालुओं में उत्साह

मंदिर में आज पहले दिन पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया. आमतौर पर बाढ़ आने पर हाहाकार मच जाता है, लेकिन प्रयागराज के इस मंदिर में जब बाढ़ का पानी दाखिल होता है तो श्रद्धालु खुशियां मनाते हैं. विशेष पूजा अर्चना कर गंगा की बाढ़ का स्वागत किया जाता है. मान्यता यह है कि गंगा मैया जिस साल बजरंग बली को अपने जल से स्नान कराती हैं, उस साल प्रयागराज में किसी तरह की कोई आपदा नहीं आती हर और खुशहाली रहती है. बजरंगबली को प्रयागराज का नगर कोतवाल भी कहा जाता है.

 

प्रयागराज में बाढ़ के हालात अब धीरे धीरे कर सामान्य हो रहे हैं. रिहायशी बस्तियों व गांवों से बाढ़ का पानी पहले ही हट चुका है. अब संगम के आसपास भी पानी हटने लगा है. इससे लोगों ने राहत की सांस ली है. 

 

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