Surya Grahan 2022 In Uttar Pradesh: साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2022) आज पड़ रहा है. यह खंडग्रास यानी आंशिक सूर्य ग्रहण है. प्रयागराज (Prayagraj) में इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव सिर्फ 44 मिनट रहेगा. हालांकि देश के ज्यादातर हिस्सों में सूर्य ग्रहण खत्म होने से पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा. ग्रहण का सूतक काल (Surya Grahan Sutak time) आज भोर में ब्रह्म मुहूर्त में तकरीबन 4:30 बजे ही शुरू हो चुका है. संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में भी सभी मंदिरों के कपाट सुबह 4:30 बजे ही बंद कर दिए गए थे.
आज आस्था की डुबकी लगा रहे श्रद्धालु
इस दौरान मंदिरों में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. प्रयागराज में गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम (Sangam) पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. गंगा और यमुना नदियों में पूजा अर्चना कर रहे हैं. नदियों के जल में खड़े होकर मंत्रों का जाप कर रहे हैं. गंगा मैया और भगवान विष्णु की आराधना कर रहे हैं. सूर्य देवता को जल अर्पण कर रहे हैं.
हनुमान मंदिर के बाहर कर रहे साधना
प्रयागराज में संगम किनारे स्थित लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर के कपाट भी आज बंद हैं. हालांकि आज मंगलवार का दिन है. मंगलवार के दिन को बजरंगबली का दिन कहा जाता है, लेकिन ग्रहण का सूतक लगने की वजह से श्रद्धालुओं को आज बजरंगबली का दर्शन करने का मौका नहीं मिल पा रहा है. आज अमावस्या है. अमावस्या का दिन सिद्धियां हासिल करने के लिए साधकों के नजरिए से बेहद महत्वपूर्ण होता है. इस वजह से बड़ी संख्या में साधक और दूसरे श्रद्धालु हनुमान मंदिर के बाहर ही साधना कर रहे हैं. पूजा अर्चना कर रहे हैं.
ग्रहण के सूतक काल के दौरान संगम पर साधना व डुबकी लगाने आए श्रद्धालुओं का कहना है कि इस ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव खुद उन पर उनके परिवार पर और साथ ही देश व समाज पर ना पड़े, वह इसकी कामना कर रहे हैं. इसके साथ ही देश व समाज की उन्नति व तरक्की के लिए भी प्रार्थना कर रहे हैं.
प्रयागराज में आंशिक सूर्यग्रहण शाम 4 बजकर 40 मिनट से शुरू होगा और शाम को 5 बज कर 24 मिनट पर सूर्यास्त के वक्त इसका मोक्ष यानी समापन होगा. ग्रहण काल के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम के जल में खड़े होकर मंत्रों का जाप करेंगे और साधना करेंगे.
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