Prayagraj Murder Case: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में संगम नगरी प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव में 5 लोगों की ईंट पत्थर से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई. खबर ये भी है कि हत्या के बाद घर में आग लगा दी गई. सामूहिक हत्या की इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और जांच में जुट गई है.
पुलिस टीम पहुंची
इस निर्मम हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्कवाड की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है. बता दें कि प्रयागराज के गांगापार इलाके में लगातार सिसलिलेवार तरीके से पूरे परिवार की हत्याएं हो रही हैं. यह यूपी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है. हर चार से पांच महीने में इस इलाके में इसी तरह की वारदात होती है. रात के अंधेरे में पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया जाता है.
किन लोगों की हत्या हुई
यहां परिवार के मुखिया 55 वर्षीय राजकुमार यादव सहित 50 वर्षीय पत्नी कुसुम, 25 वर्षीय बेटी मनीषा की भी हत्या कर दी गई. 30 वर्षीय बहू सविता और दो साल की मासूम पोती साक्षी की भी हत्या हुई है. प्रदीप कुमार यादव ने अपने भाई-भाभी और अन्य के मौत की सूचना पुलिस को दी थी.
रेप की आशंका
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है. मृतक महिलाओं के कपड़े अस्त व्यस्त मिले हैं. बहू और बेटी के साथ रेप की भी आशंका जताई जा रही है. पुलिस हत्या की वजह तलाश करने में जुटी है और ग्रामीणों और रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है.
मायावती ने की कार्रवाई की मांग
इस घटना पर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि, ''उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या किए जाने की खबर अति-दुःखद, निन्दनीय और चिन्ताजनक. सरकार घटना की तह में जाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करे.''
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नहीं थम रही सिरियल किलिंग
इस तरह के ज्यादातर मामलों में पुलिस के हाथ खाली रहते हैं. यहां सीरियल किलिंग की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पिछले शनिवार को ही इसी गांगापार इलाके में इसी तरह की एक घटना हुई थी जहां एक ही परिवार के पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था. इन दोनों घटनास्थल में सिर्फ 15 किलोमीटर की दूरी है.
पुलिस कुछ खास नहीं कर पाती
पिछले 10 साल में इस तरह की कम से कम 20 बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं. ज्यादातर मामलों में पुलिस कुछ खास नहीं कर पाई है. एक हफ्ते के अंदर लगभग एक ही इलाके में पूरे परिवार को मौत के घाट उतारा जाना कानून-व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती है. ज्यादातर मामलों में पुलिस तह तक जाने की कोशिश नहीं करती है.