Uttar Pradesh News: संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में मेयर की सीट इस बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गई है. सीट रिजर्व होने के बाद यहां तमाम दावेदारों के साथ ही किन्नर समाज की एक चर्चित शख्सियत ने भी मजबूती के साथ ना सिर्फ अपनी दावेदारी पेश की है, बल्कि अभी से प्रचार भी शुरू कर दिया है. किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर (Mahamandaleshwar of Kinnar Akhara) और यूपी किन्नर कल्याण बोर्ड की सदस्य कौशल्या नंद गिरि (Kaushalya Nand Giri) उर्फ टीना मां ने केंद्र और यूपी की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट मांगा है. हालांकि पार्टी उम्मीदवार के नाम के ऐलान से पहले ही वह अपने समाज के लोगों के साथ सड़कों पर उतर कर अभी से प्रचार करने लगी हैं.
कौशल्या नंद गिरि उर्फ टीना मां रोजाना दर्जनों किन्नरों के साथ शहर की कॉलोनियों और बस्तियों में जाती हैं. वहां लोगों से जनसंपर्क करती हैं. उनके साथ के किन्नर ढोल मजीरे की थाप पर पहले गाते-बजाते हुए लोगों की भीड़ इकट्ठा करते हैं. उसके बाद टीना मां खुद के लिए खास अंदाज में वोट मांगती हैं. ढोलक मजीरे की थाप पर गीत-संगीत के बीच वोट मांगने का टीना मां का यह अंदाज लोगों को खूब पसंद आता है. उनकी दावेदारी और प्रचार के तरीके ने प्रयागराज का प्रथम नागरिक बनने के तमाम दावेदारों में अभी से खलबली मचा दी हैं.
क्या कहना है टीना मां का
कौशल्या नंद गिरि उर्फ टीना मां की हैसियत किन्नर अखाड़े में नंबर दो की मानी जाती है. यही वजह है कि यूपी सरकार ने उन्हें किन्नर कल्याण बोर्ड में सदस्य भी बनाया है. वह कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़ी हुईं हैं और तमाम कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं. टीना मां का कहना है कि किन्नरों का अपना कोई परिवार नहीं होता है. समाज ही उनका परिवार होता है. तमाम लोग चुनाव जीतने के बाद अपने भाई -भतीजे को आगे बढ़ाते हैं. जनता के बजाय अपने परिवार का ही पेट भरने में लगे रहते हैं. ऐसे में अगर किन्नर समाज का कोई शख्स मेयर बनेगा तो वह अपने परिवार के बजाय शहर के लोगों के हित में काम करेगा और पूरी ईमानदारी के साथ विकास की गंगा बहाएगा.
बीजेपी से मांगा टिकट
टीना मां का कहना है कि फिलहाल उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से टिकट के लिए आवेदन किया है. उनका मानना है कि देश की जनता का मूड इन दिनों बीजेपी के साथ है. पीएम मोदी और सीएम योगी की अगुवाई में समाज के हर तबके के लिए विकास के जो काम हो रहे हैं, उससे लोग खुश हैं. उन्हें पूरी उम्मीद है कि भारतीय जनता पार्टी प्रयागराज में मेयर की सीट पर उन्हें ही अपना उम्मीदवार बनाएगी. हालांकि अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है तो वह अपने समाज के लोगों से राय मशविरा कर कोई दूसरा कदम भी उठा सकती हैं.
उनका कहना है कि अगर प्रयागराज के बुद्धिजीवी मतदाता उन्हें शहर का प्रथम नागरिक चुनते हैं तो वह बिना किसी भेदभाव के काम करेंगी. उनकी पहली प्राथमिकता दो साल बाद लगने वाले महाकुंभ में आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर विकास के काम कराने की होगी. उनकी दलील है कि गोरखपुर में किन्नर समाज के मेयर रह चुके अमरनाथ यादव उर्फ आशा और मध्य प्रदेश में विधायक रही शबनम मौसी ने पहले ही यह दिखा दिया है कि किन्नर समाज के लोग जन प्रतिनिधि बनकर दूसरे लोगों के मुकाबले ज्यादा बेहतर काम करते हैं.
खास अंदाज में शुरू किया प्रचार
बहरहाल भारतीय जनता पार्टी किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर टीना मां पर दांव लगाएगी या नहीं, इसका फैसला तो वक्त करेगा, लेकिन यह जरूर है कि नगर निकाय चुनाव के औपचारिक ऐलान से पहले ही टीना मां खास अंदाज में अपना प्रचार शुरू कर चर्चा का केंद्र जरूर बन गईं हैं. वह अपनी टोली के साथ जब प्रचार व जनसंपर्क के लिए निकलती हैं तो उन्हें देखने के लिए जगह-जगह भीड़ इकट्ठी हो जाती है. बधाइयां गाते हुए किन्नरों की टोली लोगों को आशीर्वाद देती है, साथ ही टीना मां को चुनाव में वोट देने की अपील भी करती है.
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