Prayagraj Shootout: उमेश पाल शूटआउट केस ( Umesh Pal Murder Case) में परिवार का नाम सामने आने के बाद बीजेपी (BJP) ने अपने पार्टी पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की है. बीजेपी ने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष राहिल हसन को पद से हटा दिया है. प्रयागराज में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की पूरी कमेटी को ही भंग कर दिया गया है. अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष राहिल हसन के भाई मोहम्मद गुलाम के खिलाफ उमेश पाल शूटआउट केस (Umesh Pal Hatyakand) में नामजद एफआईआर दर्ज है. शूटआउट केस में गुलाम को शूटर बताया जा रहा है और वह वारदात के बाद से ही लगातार फरार चल रहा है.


सोशल मीडिया पर हो रही थी किरकिरी
एसटीएफ ने गुलाम के भाई और बीजेपी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष राहिल हसन को हिरासत में ले रखा है. राहिल हसन पिछले कई दिनों से जांच एजेंसियों की कस्टडी में है. सोशल मीडिया पर लगातार हो रही किरकिरी के बाद बीजेपी ने यह फैसला लिया है. महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने पूरी कमेटी को भंग किए जाने की जानकारी दी है. हालांकि उनका दावा है कि शूटआउट केस से पहले ही अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की कमेटी भंग कर दी गई थी. शूटआउट केस से एक हफ्ते पहले ही राहिल हसन ने बीजेपी ऑफिस में मंत्री दानिश आजाद अंसारी का कार्यक्रम आयोजित कराया था.


बता दें कि उमेश पाल बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह थे. बीते दिनों उमेश और उनके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के परिवार के लोगों का भी नाम आया है. इस हत्याकांड के एक आरोपी ने बिहार के सासाराम में सरेंडर कर दिया है. इस मामले में अबतक कुल 13 शूटरों की पहचान की जा चुकी है. योगी सरकार ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. आरोपियों के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई की जा रही है.


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