Prayagraj Kidnapping Case: संगम नगरी प्रयागराज में पूर्व फौजी द्वारा ससुराल में धावा बोलकर पत्नी के बाल खींचते हुए उसे सड़क पर घसीटे जाने और दर्जन भर लोगों के साथ फिल्मी अंदाज में बंदूक की नोक पर उसे सरेआम अगवा किए जाने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने इस मामले में न सिर्फ अगवा की गई विवाहिता और उसके दो साल के बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है, बल्कि आरोपी पति समेत आधा दर्जन अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार भी कर लिया है. 


इसके अलावा नामजद किए गए कुछ अन्य लोगों से पूछताछ भी की जा रही है. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई एक कार और कई असलहे भी बरामद कर लिए हैं. पुलिस ने अगवा की गई विवाहिता भदोही से बरामद किया, जबकि आरोपी अलग-अलग जगह से पकड़े गए हैं. यह सनसनीखेज वारदात प्रयागराज की हंडिया तहसील के बरौत कस्बे के पास स्थित पूरे गबई गांव की थी. यहां रहने वाले सुनील कुमार ने अपनी विधवा बहन सुषमा देवी की शादी साल 2020 में भदोही के रहने वाले मुकेश सोनी के साथ की थी. सुषमा के पहले पति की मौत एक सड़क हादसे में हो गई थी. मुकेश सोनी की भी पहली पत्नी की मृत्यु हो चुकी थी. 


पति और उसके साथियों ने की थी मारपीट
सुनील कुमार के मुताबिक उसने शादी धूमधाम से की थी और अपनी हैसियत के मुताबिक दहेज भी दिया था, लेकिन ज्यादा दहेज लाने की मांग को लेकर उसे लगातार ताना दिया जाता था. पति मुकेश सोनी और ससुराल के दूसरे लोग उसके साथ अक्सर मारपीट भी करते थे. आरोप है कि ससुराल वालों ने 15 अगस्त के दिन सुषमा के साथ मारपीट की और उसे घर से भगा दिया.


ससुराल से भगाए जाने के बाद सुषमा मायके में आकर रहने लगी. घटना के मुताबिक पति मुकेश सोनी परिवार के कई सदस्यों और अपने दोस्तों संग तीन गाड़ियों पर सवार होकर 17 अगस्त को दोपहर दो बजे ससुराल पहुंचा. मुकेश के साथ आए लोगों में से ज्यादा करने अपने चेहरे पर नकाब लगा रखा था. कुछ लोगों ने बंदूक चाकू व लाठी डंडे लिए हुए थे.


मुकेश और उसके साथ के लोगों ने ससुराल पहुंचते ही मारपीट शुरू कर दी. पत्नी सुषमा के बाल खींचते हुए उसे घर से बाहर निकाला और फिर सड़क पर घसीटते हुए कार में लाद लिया. इलाके के कुछ लोगों ने सुषमा को बचाना चाहा तो हमलावरों ने हथियार दिखाकर उन्हें चुप करा दिया. हमलावरों से घिरी सुषमा लगातार मदद के लिए चीख पुकार मचाती रही, लेकिन पति और दूसरे हमलावरो ने उसके साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया.


इस दौरान पूरे इलाके में हड़कंप मचा रहा. हमलावरों की संख्या तकरीबन डेढ़ दर्जन थी. कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया, जबकि घर में लगे सीसीटीवी में भी हैवानियत की घटना कैद हो गई. समाजवादी पार्टी ने भी इस घटना को एक्स पर पोस्ट कर योगी सरकार पर निशाना साधा था और यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे.


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