बाहुबली अतीक के चचेरे भाई का मकान भी सरकारी बुलडोजरों के ज़रिए जमींदोज, 3 करोड़ थी लागत
विकास प्राधिकरण के जोनल अफसर आलोक पांडेय के मुताबिक़ राशिद ने इसके निर्माण के लिए न तो प्राधिकरण से मंजूरी ली थी और न ही इसका नक्शा पास कराया था.
प्रयागराज: यूपी में योगी सरकार द्वारा माफियाओं-बाहुबलियों और दूसरे अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन नेस्तनाबूत अभियान के तहत संगम नगरी प्रयागराज में आज भी एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया. प्रयागराज में आज माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के चचेरे भाई और उसके गैंग के सक्रिय सदस्य राशिद उर्फ़ नीलू के दो मंज़िला आलीशान मकान को सरकारी बुलडोज़रों के ज़रिये ज़मींदोज कर दिया गया. ऑपरेशन माफिया के तहत प्रयागराज में ध्वस्तीकरण की यह 45 कार्रवाई है.
राशिद उर्फ़ नीलू का मकान शहर के चकिया इलाके में अतीक अहमद के घर से बमुश्किल डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर था. करीब तीन सौ वर्गगज में बनाए गए दो मंज़िला मकान की अनुमानित कीमत तकरीबन तीन करोड़ रूपये थी. विकास प्राधिकरण के जोनल अफसर आलोक पांडेय के मुताबिक़ राशिद ने इसके निर्माण के लिए न तो प्राधिकरण से मंजूरी ली थी और न ही इसका नक्शा पास कराया था. इसी वजह से इसे अवैध निर्माण घोषित कर इसके ध्वस्तीकरण के आदेश जारी किये गए.
राशिद उर्फ़ नीलू फिलहाल फरार चल रहा है
अफसरों के मुताबिक़ राशिद उर्फ़ नीलू आपराधिक किस्म का था. वह बाहुबली अतीक अहमद का चचेरा भाई होने के साथ ही उसके गैंग में भी शामिल था और उसके गुनाहों में बराबर का हिस्सेदार रहता था. उसके खिलाफ कई क्रिमिनल केस दर्ज हैं, फिलहाल वह फरार चल रहा है.
आज विकास प्राधिकरण-नगर निगम-जिला प्रशासन और पुलिस के साथ ही कई दूसरे विभागों द्वारा साझा तौर पर चलाए गए अभियान में राशिद के मकान को ज़मींदोज़ कर दिया. कार्रवाई के लिए पांच बुलडोजर लगाए गए थे. दो बुलडोज़र फ्रंट के हिस्से में ज़मींदोज़ करने के काम को अंजाम दे रहे थे, जबकि तीन पिछले हिस्से को. कार्रवाई के दौरान पूरे इलाके को छावनी में तब्दील किया गया था. ऑपरेशन नेस्तनाबूत का सबसे ज़्यादा असर प्रयागराज में ही देखने को मिल रहा है.
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