प्रयागराज के युवक को थाइलैंड में बनाया बंधक, 2 हफ्ते बाद भी नहीं छूटा, पीएम मोदी से लगाई मदद की गुहार
Prayagraj News: थाईलैंड पहुंचने के बाद ही युवक को बंधक बना लिया गया. उसके साथ लगातार मारपीट की जा रही है और कहा जा रहा है कि बाईस लाख रुपए की फिरौती देने पर ही उसे छोड़ा जाएगा.
Prayagraj News: प्रयागराज के मुस्लिम युवक को थाईलैंड में बंधक बनाकर फिरौती मांगे जाने के मामले में अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है. पीड़ित परिवार ने अब इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है. परिजनों का कहना है कि वो हर जगह दौड़ भागकर परेशान हो चुके हैं. लेकिन, अभी तक युवक को छोड़ा नहीं गया है. युवक हर दिन प्रयागराज फोन कर खुद की जिंदगी बचाए जाने की गुहार लगा रहा है.
परिवार वालों ने उम्मीद जताई है कि पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले में कोई पहल जरूर करेंगे और बंधक बनाए गए युवक को छुड़ाकर सुरक्षित बाहर भेजने में कोई मदद जरूर करेंगे.
खबर के मुताबिक प्रयागराज के दरियाबाद इलाके का रहने वाला जिया पंजतन नाम का युवक दो साल पहले रोजगार के सिलसिले में दुबई गया था. वहां पर उसने एक वेयर हाउस कंपनी और बैंक में नौकरी की थी. इस बीच उसे थाईलैंड में स्थित चाइना की एक कंपनी में काम करने का ऑफर मिला. इस नई नौकरी को ज्वाइन करने के लिए जिया 10 जुलाई को हैदराबाद आया और 11 जुलाई को फ्लाइट
पकड़कर थाइलैंड चला गया.
थाईलैंड में युवक को बनाया बंधक
परिवार वालों के मुताबिक 12 जुलाई को थाईलैंड पहुंचकर जिया ने उनसे बातचीत की और बताया कि वह होटल में है और यहां नौकरी देने वाले लोगों से उसकी मुलाकात हो चुकी है. इसके बाद तकरीबन एक हफ्ते तक उसका मोबाइल फोन लगातार बंद रहा. मोबाइल फोन बंद रहने से परिवार के लोग परेशान हो गए थे. 22 जुलाई को जिया ने परिवार वालों को फोन कर खुद को थाईलैंड में बंधक बनाए जाने की जानकारी दी.
उसने बताया कि कुछ लोगों ने उसे थाईलैंड पहुंचते ही बंधक बना लिया. उसके साथ लगातार मारपीट की जा रही है और कहा जा रहा है कि बाईस लाख रुपए की फिरौती देने पर ही उसे छोड़ा जाएगा. फोन पर बातचीत के दौरान वह रो रहा था और बेहद डरा सहमा लग रहा था.
22 लाख रुपयेकी फिरौती मांगी
बंधक बनाए जाने की खबर मिलते ही पूरा परिवार परेशान हो गया. परिवार ने केंद्र सरकार और एंबेसी में ईमेल के जरिए मामले की शिकायत कर मदद की गुहार लगाई. हालांकि परिवार वालों का कहना है कि कई दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक कहीं से कोई रिस्पांस नहीं मिला है. खुद को बंधक बनाए जाने का दावा करने वाला जिया पिछले कई दिनों से रोजाना दिन में एक बार परिवार में फोन करता है.
वह हर रोज एक अकाउंट नंबर देकर बाइस लाख रुपए ट्रांसफर किए जाने को कहता है. फिरौती की रकम नहीं दिए जाने पर अपनी जान का खतरा बताता है. अभी तक कहीं से कोई रिस्पांस नहीं मिलने परिवार ने अब पीएम नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है. परिवार वालों का कहना है कि पीएम मोदी ही जिया को सुरक्षित वापस ला सकते हैं.
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