एबीपी गंगा, संगम के शहर प्रयागराज में मौसम का मिजाज लगातार बिगाडता जा रहा है। यहां दिन प्रतिदिन आसमान से आग बरस रही है और तापमान अडतालीस डिग्री के करीब पहुंच गया है। बीते चौबीस घंटे में यहां का अधिकतम तापमान 47. 6 डिग्री रिकार्ड किया गया। जो पूरे देश में सबसे ज़्यादा है। सूरज की तपिश और लू के थपेड़ों के चलते प्रयागराज का जन जीवन बेहाल हो गया है। यहां दिन चढ़ते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है और लोग बेहद ज़रूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलते हैं।




प्रयागराज में लगातार दो दिनों से पारा सैंतालीस का आंकड़ा पार कर रहा है, जबकि अकेले मई महीने में यहां नौ बार तापमान छियालीस डिग्री पर रहा है। रिकार्ड तोड़ गर्मी की वजह से रोज़ाना सैकड़ों लोग हीट स्ट्रोक का शिकार हो गए है और अलग-अलग अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। प्रयागराज में मानसून पचीस जून के करीब दस्तक देगा। ऐसे में यहां के लोगों को फिलहाल झुलसा देने वाली गर्मी से निजात नहीं मिलने वाली है। गर्मी के चलते यहां के स्कूल तीस अप्रैल से ही बंद हो गए थे।

प्रयागराज में बुधवार को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री रिकार्ड किया गया, जबकि मंगलवार को यह 47.3 डिग्री था। आज दोपहर बारह बजे ही पारा छियालीस डिग्री का आंकड़ा पार हो चुका है। आज भी आसमान से आग बरस रही है। इस भीषण गर्मी में कूलर और पंखे पहले ही जवाब दे चुके थे, लेकिन अब एसी भी पूरी तरह निजात दिला पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। सूर्य देव की यह नाराज़गी न सिर्फ लोगों को परेशान कर रही है, बल्कि उनकी ज़िंदगी और सेहत पर भारी भी पड़ रही है। तमाम लोग सड़कों पर चलते हुए अचानक गश खाकर गिर रहे हैं।

 


प्रशासन द्वारा प्याऊ के इंतजाम नहीं किए जाने से लोगों को खासी दिक्कत हो रही है। लोगों का मानना है कि जब मई महीने में यह हाल है तो जून में क्या होगा। सूरज की तपिश के चलते सड़कों पर अघोषित कर्फ्यू सा नजारा है। वैसे मौसम के जानकारों का कहना है कि लगातार पड़ रही भीषण गर्मी इस बार अच्छे मानसून का संकेत है। प्रयागराज के लोग तो अब इस गर्मी से बेहाल होकर ईश्वर से राहत बरसाने की दुआएं कर रहे हैं।