(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मेरठ: चौरी चौरा कांड शताब्दी समारोह को यादगार बनाने की तैयारी, इस तरह बन सकता है विश्व रिकॉर्ड
क्रांति की धरती मेरठ में वंदेमातरम गीत गाने का अभ्यास किया जा रहा है. चौरी चौरा कांड शताब्दी समारोह के लिये स्कूल कॉलेज में तैयारी की जा रही हैं.
मेरठ: इस बार प्रदेश सरकार चौरी-चौरा कांड के 100 वर्ष पूरा होने पर शताब्दी वर्ष समारोह मना रही है. इस समारोह में वंदे मातरम की गूंज पूरे देश में सुनाई देगी. जिसकी तैयारी में सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय अभी से लग गए हैं. एबीपी गंगा की टीम मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय पहुंची, जहां छात्रों और टीचरों का वंदे मातरम गायन अभ्यास चल रहा था.
चौरी चौरा कांड में हुई थी 22 पुलिसकर्मियों की मौत
हम आपको चौरी चौरा कांड के शताब्दी समारोह के बारे में बताए, उससे पहले ये जानना जरूरी है कि चौरी चौरा कांड है क्या और ये कहां हुआ? आपको बता दें कि, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर से करीब 22 किलोमीटर दूर स्थित चौरी चौरा एक कस्बा था, जहां 4 फ़रवरी 1922 को भारतीयों ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. उस प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़की, जिससे 22 पुलिस कर्मचारियों की मौत हो गई थी. जिसका उल्लेख इतिहास में चौरी चौरा कांड के नाम से किया गया है.
4 फरवरी 1922, की तारीख जिसे चौरी चौरा कांड के नाम से इतिहास में दर्ज किया गया है और 4 फरवरी 2021 को सौ वर्ष होने पर पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर शहीदों और उनके परिजनों को वह सम्मान मिलने जा रहा जिसके वे हकदार हैं. आपको बता दें, चौरी चौरा शताब्दी वर्ष समारोह चार फरवरी, 2021 से शुरू होकर साल भर चलेगा.
पीएम करेंगे उद्धाटन
इस समारोह का वर्चुअल उद्घाटन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इस दिन पूरे प्रदेश में एक साथ, एक समय पर वंदेमातरम् गूंजेगा, जो एक विश्व रिकार्ड होगा. सुबह प्रभात फेरी निकलेगी. शाम को हर शहीद स्थल पर दीप प्रज्ज्वलित किया जाएगा. शहीदों की याद में अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे.
आपको बता दें कि, क्रान्ति की धरती मेरठ में आज दिन भर चहुंओर वंदेमातरम् का जयघोष हो रहा है. क्या बच्चे, क्या बडे़ सभी वंदेमातरम् का जयघोष कर उसे रिकॉर्ड कर रहे हैं. ख़ासतौर से चौधरी चरण सिंह विवि में तो गज़ब का उत्साह देखने को मिल रहा है. यहां प्रोफेसर्स और विद्यार्थी सैल्यूट की मुद्रा में वंदेमातरम् का जयघोष कर रहे हैं.
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा गायन
चौरी चौरा कांड की शताब्दी के अवसर पर वंदेमातरम् गीत गाकर प्रदेश में गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की ज़ोरदार तैयारी है. मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में वंदेमातरम् गायन को लेकर कर्मचारी शिक्षक छात्र छात्राओं में गज़ब का उत्साह देखने को मिल रहा है. सभी सैल्यूट करते हुए वंदेमातरम् का उदघोष करते हुए यही कह रहे हैं भारत माता की जय.
चौरी चौरा कांड के शताब्दी समारोह के मौके पर कल क्रान्ति की नगरी मेरठ में शहीद स्मारक पर भी कार्यक्रम होंगे. यहां पीएम और सीएम के संबोधन का सीधा प्रसारण भी होगा. अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रान्ति के गवाह रहे काली पलटन मंदिर से लेकर शहीद स्मारक तक प्रभात फेरी भी निकाली जाएगी. कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीद के परिजनों को सम्मानित भी किया जाएगा.ज़िले के स्वतंत्रता संग्राम स्थलों पर कल साढ़े पांच बजे से छह बजे तक राष्ट्रधुन बजाई जाएगी. गगोल तीर्थ और अन्य स्थलों पर भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
समारोह यादगार बनाने की तैयारी में योगी सरकार
गौरतलब है कि चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव को योगी सरकार यादगार बना रही है. इस दिन प्रदेश में वंदेमातरम् गायन का विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. 4 फरवरी को आयोजित होने वाले शताब्दी महोत्सव के आयोजन पर सभी जिलों में गायन की व्यवस्था की जा रही है. पूरे प्रदेश में 4 फरवरी को सुबह 10 बजे वंदेमातरम् गाया जाएगा.
इसी क्रम में चौरी-चौरा और स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को नमन करते हुए सैल्यूट मुद्रा में वंदेमातरम् के पहले छंद के गायन का वीडियो बनाना होगा. तीन फरवरी को सुबह 10 बजे से और 4 फरवरी को दोपहर 12 बजे तक वंदेमातरम् का गायन वीडियो बनाने होंगे. जिसे अपलोड करने के लिए आज 3 फरवरी को सुबह नौ बजे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा वेबसाइट और लिंक उपलब्ध कराई गई है.
20 सेकंड की वीडियो
जारी आदेश के मुताबिक प्रत्येक वीडियो में एक ही कंटेस्टेंट सैल्यूट की मुद्रा में गायन करते हुए वीडियो बनाएगा. वीडियो कम से कम 20 सेकंड का होना चाहिए. कंटेस्टेंट को यह ध्यान देना होगा कि गाते समय उच्चारण बिल्कुल सही हो.
मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में इतिहासकार प्रोफेसर विग्नेश कुमार ने बताया कि गोरखपुर जिले के पास चौरीचौरा नाम का एक कस्बा है. जहां 4 फरवरी 1922 को भारतीयों ने ब्रिटिश सरकार की एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी थी, जिससे वहां छुपे 22 पुलिस कर्मचारियों की मौत हो गई थी. इस घटना को चौरीचौरा कांड के नाम से जाना जाता है. भारतीय स्वतत्रंता आंदोलन पर इसका बड़ा असर पड़ा था.
चौरी-चौरा शताब्दी समारोह ने 4 फरवरी 2021 से अगले साल चार फरवरी तक चौरी-चौरा शताब्दी समारोह और आजादी की 75वीं सालगिरह के आयोजन की एक कार्ययोजना बनाए जाने के निर्देश दिए थे. साथ ही चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर 4 फरवरी को चौरी-चौरा में कार्यक्रम के साथ ही सभी जिलों में शहीद स्मारक स्थलों पर चौरी-चौरा की घटना को केंद्र में रखकर कार्यक्रम आयोजित किये जाने के भी आदेश दिए गए हैं.
ये भी पढ़ें.
UP: पिता से रुपयों की मांग कर रहा था, न देने पर कलयुगी बेटे ने कुल्हाड़ी से काट दिया