Uttarakhand: 3 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा की तैयारी अंतिम दौर में है. 25 अप्रैल तक विभागों की सभी तैयारियां दुरुस्त करने के निर्देश दिये गए है. खासकर यात्रा की शुरुआत से पहले यात्रा मार्गो पर डेंजर प्वाइंट, स्वास्थ्य सेवा समेत सभी तैयारियां पूरी करनी होंगी. आपको बता दें कि 3 मई को यमुनोत्री ओर गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे, जबकि 6 मई को केदारनाथ और 8 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे.


चारधाम की यात्रा के लिए तैयारी तेज

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए इस बार भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. माना जा रहा है कि इस बार यात्रियों की संख्या करोड़ों में जा सकती है. इस लिहाज से राज्य सरकार से लेकर प्रशासनिक अमला चारधाम यात्रा की तैयारी में जुटा हुआ है. खासकर पर्यटन विभाग इस यात्रा का अंतिम तैयारियों में जुटा हुआ है ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर इसके लिए ग्राउंड जीरो पर जाकर मोटरिंग कर रहे हैं. साथ ही विभागीय स्तर पर भी तैयारियों की समीक्षा की जा रही है. 


बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद

पिछले 2 साल से कोरोना की वजह से उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा सुचारू रूप से चल नहीं पाई था. लेकिन इस बार लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने होटलों में पहले से ही बुकिंग करवा दी है. पर्यटन विभाग के मुताबिक अब तक करीब 40 लाख लोग होटलों में बुकिंग करा चुके हैं. इतना ही नहीं अगले 2 महीने के लिए जीएमवीएन के सभी गेस्ट हाउस फुल है. केदारनाथ हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग भी अगले 1 महीने के लिए फुल हो चुकी है, इसी को देखते हुए माना जा रहा है कि इस बार यहां बड़े स्तर पर श्रद्धालु पहुंचेंगे. गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने सभी विभागीय अधिकारियों को 25 अप्रैल तक सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं.

 

कांग्रेस नेताओं ने लगाया ये आरोप

वही दूसरी तरफ सरकार अपने स्तर से चार धाम यात्रा की तैयारी में जुटी है लेकिन विपक्ष इन तैयारियों को नाकाफी बता रहा है. कांग्रेस के संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी ने आरोप लगाया कि चार धाम यात्रा के लिए मात्र 20 दिन का वक्त बचा है, ऐसे में सड़कों की हालत खराब है. यात्रा मार्गो से बर्फ नही हटाई गई है. वहीं पेयजल और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति भी बदहाल नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए कोई संवेदनशीलता नहीं दिखा रही.

 

चार धाम यात्रा को लेकर कही ये बात

कांग्रेस नेता ने कहा कि चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है, कोई बैठक नहीं, कोई तैयारी नहीं, किस तरीके से आप करेंगे. कितनी बसें आपकी लगेंगी. उन्होंने कहा कि केदारनाथ वाले मोटरमार्ग की सफाई नहीं हुई, यही हाल बद्रीनाथ वाले मोटर मार्ग की है. स्वास्थ्य मंत्री जी ने चार धाम को लेकर कोई बैठक नहीं की, पर्यटन मंत्री ने कोई बात नहीं की. 

 

श्रद्धालुओं का पंजीकरण होगा जरूरी

दूसरी तरफ पर्यटन सचिव दिलीप जवलकर का कहना है कि चारधाम यात्रा को लेकर श्रृद्धालुओं में उत्साह है. यहां पर जो बुकिंग आई है, उसके हिसाब से इस बार भारी संख्या में श्रद्धालु आएंगे. पर्यटन विभाग, नोडल अधिकारी, नोडल अभिभाग के रुप में अपनी भूमिका निभाता है, इसी क्रम में हम सभी विभागों के संपर्क में हैं, उनके साथ समन्वय स्थापित करते हुए जो कार्य करने हैं वो तेजी से किए जा रहे हैं. पीडब्लूडी द्वारा केदारनाथ और बद्रीनाथ दोनों की यात्रा के लिए रूट अभी ओपन किए हुए हैं. इस बार यात्रियों का पंजीकरण का आवश्यक होगा. पुलिस प्रसाशन को जिला प्रशासन को जो सूचनाएं आवश्यक चाहिए वो रजिस्ट्रेशन से मिलेंगी और रजिस्ट्रेशन के संबंध में ऑनलाइन व्यवस्था बनाई जा रही है, साथ ही वहां पर फिजिकल कॉउन्टर्स भी होंगे. 200 लोगों को इस कार्य के लिए पहले से ही निर्देशित किया गया है.

 

तैयारियों पर लगातार समीक्षा बैठक

गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने हम तीन बार बैठक कर चुकें हैं, दो बार मंडल स्तर पर और एक बार शासन स्तर पर मुख्यमंत्री जी द्वारा बैठक ली गई है. इसे लेकर समीक्षा बैठकें हो रही हैं, पीडब्लूडी के अलावा एनएचआई है, एनएचआईडीसीएल है, बीआरओ कई हमारे सीमावर्ती क्षेत्रों में कार्य कर रही है, तो सभी को कहा गया है कि वो जो भी अपना कार्य कर रहे हैं समय से पूर्ण करें. 25 अप्रैल तक जो भी व्यवस्थाएं हैं, उनको सही कर लें