गोंडा. एक तरफ जहां योगी सरकार बोर्ड परीक्षाओं को नकल विहीन संपन्न कराने के लिए तैयारी कर रही है. तो वहीं दूसरी तरफ गोंडा का शिक्षा विभाग सरकार के मंसूबों पर पानी फेरता नजर आ रहा है. दरअसल, बोर्ड परीक्षाओं के लिए कई सेंटर बिना मानक के ही बना दिए गए हैं. वहीं, कई ऐसे भी हैं जो सेंटर बनने लायक नहीं थे. इन परीक्षा केंद्रों को लेकर आपत्तियां भी आना शुरू हो गई है. बताया जा रहा है कि अब तक 187 आपत्ति दर्ज कराई जा चुकी हैं. ऐसे में नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने पर सवाल खड़े हो गए हैं.
अब तक 187 आपत्तियां दर्ज
जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमा खुद मान रहे हैं कि कुछ ऐसे सेंटर हैं जो बनने लायक थे, लेकिन नहीं बनाए गए. अधिकारी ने कहा कि जितनी भी आपत्तियां आई है उनको देखा जा रहा है. जिला स्तरीय बैठक लेने के बाद निर्णय लिया जाएगा. राकेश कुमार ने कहा कि प्रोसेस के तहत सूचना फीड होती है और बोर्ड सेंटर बनाता है उसके बाद आपत्तियां ली जाती हैं. अब तक 187 आपत्तियां आ चुकी हैं. निवार्य रूप से जो सेंटर मानक के अनुरूप नहीं है उनको हम लोग सिफारिश के आधार पर हटवाएंगे. वहीं जो सेंटर बनने लायक हैं उनको सेंटर बनाया जाएगा. ऐसा भी संज्ञान में आया है कि बहुत से सेंटर बनने लायक थे, लेकिन उन्हें सेंटर नहीं बनाया गया.
उन्होंने कहा कि जो कमियां है उसको दूर किया जाएगा. इसके लिए उप जिला अधिकारी स्तर पर आपत्तियां दे दी गई हैं. उनकी रिपोर्ट मांगी गई है. जिला स्तरीय कमेटी की बैठक में समुचित शासन आदेश का पालन करते हुए निर्णय किया जाएगा.
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