राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की रेलगाड़ी से अयोध्या यात्रा समाप्त, रेलमंत्री ने रेल सेवा का चुनाव करने के लिए दिया धन्यवाद
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रपति के अयोध्या दौरे को जो लोग चुनावी नजरिए से देख रहे हैं. ये उनकी स्वतंत्रता है लेकिन राष्ट्रपति पद की अपनी गरिमा है जिसे इतने संकुचित दायरे में नहीं रखा जाना चाहिए.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार की सुबह एक विशेष रेलगाड़ी से अयोध्या शहर का दौरा किया. अयोध्या में दिन बिताने के बाद राष्ट्रपति इसी रेलगाड़ी से शाम छह बजे वापस लखनऊ लौट आए. इससे पहले राष्ट्रपति ने पिछले महीने जून में दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से अपने गृहनगर कानपुर देहात तक रेल से यात्रा की थी. राष्ट्रपति को ले जाने वाली इस रेलगाड़ी ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से सुबह 9:39 बजे अपनी यात्रा शुरू की और 11:27 बजे अयोध्या स्टेशन पहुंची.
राष्ट्रपति का चारबाग स्टेशन पर स्वागत
चारबाग रेलवे स्टेशन पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, रेल राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोश, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, लखनऊ के मेयर, सांसद और विधायक, अध्यक्ष और सीईओ रेलवे बोर्ड सुनीत शर्मा, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल, मंडल रेल प्रबंधक लखनऊ, एसके सपरा और राज्य प्रशासन और रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
राष्ट्रपति का अयोध्या रेलवे स्टेशन पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया.
प्रेसिडेंशियल ट्रेन की जगह विशेष रेलगाड़ी का किया इस्तेमाल
भारत के प्रथम नागरिक के लिए इन दोनों रेल दौरों की मेजबानी करना भारतीय रेलवे के लिए सम्मान और गौरव की बात है. राष्ट्रपति के पिछले दौरे की तरह ही इस बार भी उनके अयोध्या जाने के लिए एक विशेष राष्ट्रपति रेलगाड़ी को तैयार किया गया.
आजादी के बाद से राष्ट्रपति द्वारा रेलयात्रा के लिए उपयोग में लाए जाने वाले सैलून कोच यानी प्रेसिडेंशियल ट्रेन को कुछ समय पहले खुद राष्ट्रपति के कहने पर सर्विस से हटा दिया गया था क्योंकि इसके रख-रखाव पर काफी धन और संसाधन खर्च हो रहे थे.
राष्ट्रपति के उत्तर प्रदेश और अयोध्या दौरे को चुनावी नजरिए से देखना छोटी सोच का नतीजा
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने राष्ट्रपति को उनकी अयोध्या यात्रा के लिए रेल सेवा का चुनाव करने के लिए धन्यवाद दिया. रेलमंत्री ने यह भी कहा कि रेलवे यात्रा, पर्यटन और तीर्थ यात्रा को प्रोत्साहन देने के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के स्टेशनों के विकास पर ध्यान केन्द्रित कर रही है. इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रपति के उत्तर प्रदेश और अयोध्या दौरे को जो लोग चुनावी नजरिए से देख रहे हैं ये उनकी स्वतंत्रता है लेकिन राष्ट्रपति पद की अपनी गरिमा है जिसे इतने संकुचित दायरे में नहीं रखा जाना चाहिए.
अयोध्या रेलवे स्टेशन पर नई यात्री सुविधाएं
इन दिनों राम मंदिर के चलते अयोध्या को फिर से जीवंत किया जा रहा है, ऐसे में उत्तर रेलवे बेहतर यात्री और माल सेवा के लिए शहर और उसके आस-पास में सुविधाओं का विस्तार कर रहा है. रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है और रेल उपयोगकर्ताओं के लिए 80 करोड़ रुपये की लागत से अनेक सुविधाएं प्रदान की जा रही है.
अयोध्या में रेलवे क्या-क्या बनवा रहा है
- अयोध्या में एक नया स्टेशन भवन
- फुटओवर ब्रिज
- एस्केलेटर और लिफ्ट
- जनसुविधाएं और विश्राम कक्ष
- सालारपुर में एक नया माल ढ़ुलाई टर्मिनल तैयार किया जा रहा है
- भिलारघाट में कोल साइडिंग का विकास
- बाराबंकी-अकबरपुर रेल सेक्शन का विद्युतीकरण 7. बाराबंकी-अयोध्या-ज़फराबाद के बीच दोहरीकरण का कार्य समाप्ति के विभिन्न चरणों में है
ये भी पढ़ें-
जब रामलला के पहली बार दर्शन करने पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद...
अयोध्या में राष्ट्रपति कोविंद बोले- राम के बिना अयोध्या है ही नहीं, अयोध्या तो वहीं है जहां राम है