(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
राष्ट्रपति के संभावित दौरे की खबर से पैतृक गांव की बदल रही है तस्वीर, पढ़ें ये रिपोर्ट
कानपुर देहात जिले में स्थित राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के पैतृक गांव का सुंदरीकरण चल रहा है. जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति के दौरे की संभावना की खबर के बाद यहां विकास के काम में तेजी आई है.
कानपुर: देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के पैतृक गांव यूपी के जनपद कानपुर देहात के परौख गांव आने की संभावना के चलते जहां गांव के ग्रामीणों और उनके बचपन के मित्रों में खुशी देखने को मिली. वहीं जिला प्रशासन ने गांव की तेजी से तस्वीर बदलने का काम शुरू कर दिया है. जिलाधिकारी के निर्देश पर और सीडीओ ने अपनी निगरानी में कई विभाग के माध्यम से गांव का सुन्दरीकरण का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है. गांव में साफ-सफाई से लेकर बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने का काम तेजी से किया जा रहा है. वहीं, गांव में स्थित सरकारी भवनों का सुन्दरीकरण का भी काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. जिले के आलाधिकारी भी समय समय पर गांव का दौरा कर विकास कार्यों की जमीनी हकीकत जांच रहे है. वहीं, अधिकारियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के पैतृक गांव परौख आने की आधिकारिक पुष्टि न होने की बात कहीं.
गांव के सुंदरीकरण का काम तेज
कानपुर देहात के डेरापुर तहसील के परौख गांव में जिला प्रशासन ने तेजी से सुंदरीकरण का काम शुरू कर दिया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के पैतृक गांव के संभावित दौरे को लेकर परौख गांव सँवरने लगा है. जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह और सीडीओ सौम्या पाण्डेय समय-समय पर परौख गांव का औचक निरीक्षण कर विकास कार्यों की जमीनी हकीकत देख रहे है. साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं. जिलाधिकारी के निर्देशन और सीडीओ की निगरानी में राष्ट्रपति के पैतृक गांव की तस्वीर बदलने लगी है. वहीं राष्ट्रपति के पैतृक गांव आने की सम्भावना को देखते हुए विकास कार्यों को और तेज कर दिया गया है. जिला प्रशासन ने गांव के सरकारी स्कूलों से लेकर स्वास्थ्य उप केन्द्र की कायाकल्प करने का काम शुरू कर दिया है. साथ ही पंचायत राज विभाग ने परौख गांव में टीम लगाकर युद्ध स्तर पर सफाई कराने का काम शुरू कर दिया है. वहीं, विद्युत विभाग ने गांव में जर्जर तारों को बदलने से लेकर बिजली व्यवस्था को सही करने का काम शुरू कर दिया है. गांव के तालाब का सुन्दरीकरण करने का भी काम तेजी से किया जा रहा है. वहीं गांव में नवनिर्मित सोलर प्रोडक्ट असेम्बली सेन्टर का कार्य भी तेजी से शुरू कर दिया है. साथ ही गांव में दवा का छिड़काव कराने से लेकर ग्रामीणों को वैक्सिनेट करने का काम भी तेजी से शुरू कर दिया है. वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के पैतृक गांव परौख आने की संभावना की खबर से उनके बचपन के मित्र और पड़ोसी विजयपाल भदौरिया ने जहां एक ओर खुशी जाहिर की. वहीं, दूसरी ओर गांव और जनपद का तेजी से विकास होने की संभावना व्यक्त की है.
नवनर्वाचित ग्राम प्रधान ने खुशी जाहिर की
वहीं, गांव के नवनिर्वाचित प्रधान संग्राम सिंह ने जहां अपने आप को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के गांव का होने से गौरांवित समझ रहे हैं, वहीं गांव का तेजी से कायाकल्प होने की बात कही. साथ ही राष्ट्रपति के गांव आने की संभावना के चलते गांव में और भी विकास होने की आशा व्यक्त की. यही नहीं गांव में जल निगम द्वारा पानी की टंकी बनाए जाने और स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीएचसी बनाने को लेकर प्रशासन की प्रसंसा की है.
दौरे की पुष्टि के बाद काम में और तेजी लाएंगे
वहीं, जिले के अधिकारियों ने राष्ट्रपति के गांव आने की संभावना की बात पर कहा कि, अभी किसी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन संभावित दौरे की बात सुनने को मिली है. राष्ट्रपति के पैतृक गांव परौख में विकास कार्यों को तेजी से पहले से ही कराया जा रहा है. वहीं विकास कार्यों को जल्द से जल्द को पूरा करने के लिए समय-समय पर गांव का निरीक्षण कर रहे है और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं. वहीं राष्ट्रपति के गांव आने की आधिकारिक पुष्टि होने के बाद विकास कार्यों को और भी तेजी से कराया जाएगा. वहीं गांव में ग्रामीणों को वैक्सिनेट करने का काम भी किया जा रहा है.
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