Presidential Election 2022: समाजवादी पार्टी को दिए अल्टीमेटम की समय सीमा पर सुभासपा प्रवक्ता और ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने एबीपी गंगा से कहा कि अभी तक किसी भी तरह की कोई सूचना सपा खेमे से नहीं आई है. अब हम पार्टी पदाधिकारियों और विधायकों से गठबंधन में बने रहने पर विचार-विमर्श कर रहे हैं. 16 जुलाई को फैसले के बारे में मीडिया को बताया जाएगा, लेकिन जब तक कोई बात नहीं हो जाती तब तक कुछ भी कहना ठीक नहीं है.
16 जुलाई को सुभासपा की रणनीति का होगा खुलासा
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की कोई महिला अगर ओमप्रकाश जी से मिलना चाहती है तो कोई गुनाह नहीं है. हमने तो उनका सम्मान किया, डिनर में जाकर कोई गुनाह नहीं किया. देश के हर नेता को उनका सम्मान करना चाहिए. राष्ट्रपति को समर्थन के मुद्दे पर 16 जुलाई को सुभासपा की रणनीति तय हो जाएगी. ओमप्रकाश राजभर कार्यकर्ताओं के बीच रहते हैं. आज प्रयागराज में बैठक चल रही है. सुभासपा सपा के साथ गठबंधन में बनी रहना चाहती है.
गठबंधन में रखने का एलान सपा को करना है- अरुण
अब गठबंधन में रखने के निर्णय का एलान सपा करना है. हमारी तरफ से कोई दिक्कत हो तब हम कोई घोषणा करें. अरुण राजभर ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार आए लेकिन हमें नहीं बुलाया गया. 2022 के चुनाव तक तो सब ठीक चल रहा था लेकिन खुराफात तो उनके लोगों के दिमाग में आई है. अब उनके मसले पर हम ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं. अब उस बात पर हमें नहीं जाना क्योंकि जब बात का बतंगड़ बनाया जाता है तो उन बातों का ज्यादा चर्चा करना सही नहीं होता. उन्होंने कहा कि राजनीति में कब क्या हो जाए पता नहीं. हम कैसे कहें की उनको कौन सी बात बुरी लगी?