Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के लिए बीजेपी और सहयोगी दलों का हुआ प्रशिक्षण, मौजूद रहे सहयोगी दलों के विधायक
UP News: राष्ट्रपति चुनाव के मतदान लिए आज लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा विधायक मौजूद थे.
President Election Voting: राष्ट्रपति चुनाव के लिए होने वाले मतदान को लेकर बीजेपी और सहयोगी दलों के विधायकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुआ. इसमें सीएम योगी, प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक, महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ ही बीजेपी और सहयोगी दलों के तमाम विधायक शामिल हुए. ये प्रशिक्षण 17 जुलाई को सुबह 11 बजे से लोकभवन में भी होगा.
चुनाव प्रभारी रामनरेश अग्निहोत्री ने बताया की पार्टी का लक्ष्य है 100% मतदान, कोई वोट खराब ना होने पाए. पिछली बार के राष्ट्रपति चुनाव में देश भर में 17 वोट इनवेलिड हुए थे. इस बार एक भी वोट खराब ना हो यह हमारी कोशिश है. इसलिए आज सभी विधायकों को बुलाया गया था. आज वोट डालने का मॉक ड्रिल किया है. कल भी एक बार रिहर्सल करेंगे. रामनरेश अग्निहोत्री ने कहा की हमारे ट्रेनिंग प्रोग्राम में सब का स्वागत है. सपा विधायक आना चाहे तो उनका भी स्वागत है.
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रामनरेश अग्निहोत्री
कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा की ये सामान्य निर्वाचन की प्रक्रिया है और उसे हम सब लोग जानते हैं. हमसे कोई लापरवाही ना हो, समय से उपस्थित रहे इतना ख्याल रखा जाता है. ओपी राजभर के द्रौपदी मुर्मू को समर्थन पर अनिल राजभर ने कहा की जो लोग भी बीजेपी के उम्मीदवार का समर्थन करने आगे आ रहे उन सब का अभिनंदन. ओपी राजभर की बीजेपी साथ वापसी पर कहा कि अगर वह फिर आना चाहेंगे तो स्वागत है. राष्ट्रीय नेतृत्व फैसला करता है. बीजेपी एक अनुशासित संगठन और परिवार है. जो भी राष्ट्रीय नेतृत्व का फैसला होगा वह स्वीकार है.
'अखिलेश दें जबाब'
बीजेपी विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा की सभी लोग को जिस तरह से वोटिंग करनी है ये एक मॉक ड्रिल थी. अब 17 को फिर यह मॉक ड्रिल होगी. देखा जाएगा अगर किसी ने गलत किया तो उसे सही किया जाएगा. वहीं शिवपाल यादव के पत्र पर कहा की इस पर अखिलेश को तो जवाब देना चाहिए क्योंकि जब मुलायम सिंह रक्षा मंत्री थे तो यशवंत सिन्हा ने सवाल उठाया था कि वह आईएसआई एजेंट है. तो अखिलेश अब जवाब दे की पिता के साथ खड़े होना चाहते हैं या यशवंत सिन्हा के.