प्रधानमंत्री मोदी का देश को भरोसा, बोले- कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित, अफवाहों से बचें
वाराणसी में कोरोना वैक्सीन लाभार्थियों से संवाद के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश ने खुद अपनी दो स्वदेशी वैक्सीन बनाई है और दुनिया के कई देशों को भी भारत वैक्सीन दे रहा है. उन्होंने कहा कि देश को वैक्सीन देने का पूरा श्रेय वैज्ञानिकों और डॉक्टरों को जाता है. वैज्ञानिकों ने एक अनजान दुश्मन के खिलाफ वैक्सीन तैयार की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों और टीके लगाने वालों से संवाद किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 2021 की शुरुआत बहुत ही शुभ संकल्पों से हुई है. काशी के बारे में कहते हैं कि यहां शुभता सिद्धि में बदल जाती है. इसी सिद्धि का परिणाम है कि आज विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान हमारे देश में चल रहा है.
पूरी वैज्ञानिक प्रक्रिया के बाद ही कोरोना वैक्सीन बनाई गई
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने खुद अपनी दो स्वदेशी वैक्सीन बनाई है और दुनिया के कई देशों को भी भारत वैक्सीन दे रहा है. उन्होंने कहा कि देश को वैक्सीन देने का पूरा श्रेय वैज्ञानिकों और डॉक्टरों को जाता है. वैज्ञानिकों ने एक अनजान दुश्मन के खिलाफ वैक्सीन तैयार की. प्रधानमंत्री ने भरोसा दिलाया कि पूरी वैज्ञानिक प्रक्रिया के बाद ही कोरोना वैक्सीन बनाई गई है.
भारत वैक्सीन को लेकर पूरी तरह आत्मनिर्भर है
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में डॉक्टरों ने अद्भुत काम किया. देश को आज मेड इन इंडिया वैक्सीन पर गर्व है. प्रधानमंत्री ने एक बार फिर साफ किया कि कोरोना वैक्सीन बनाने का श्रेय मुझे नहीं देश के वैज्ञानिकों जाता है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने देश को भरोसा दिलाया कि वैक्सीन से कोई बड़ा साइड इफेक्ट नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि भारत वैक्सीन को लेकर पूरी तरह आत्म निर्भर है.
जैसा वैज्ञानिक कहेंगे वैसा हम करेंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी वैक्सीन को बनाने के पीछे हमारे वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत होती है, इसमें वैज्ञानिक प्रक्रिया होती है. वैक्सीन के बारे में निर्णय करना राजनीतिक नहीं होता, हमने तय किया था कि जैसा वैज्ञानिक कहेंगे, वैसे ही हम करेंगे.
16 जनवरी से शुरू हुआ है देशव्यापी टीकाकरण अभियान
बता दें कि पीएम मोदी द्वारा 16 जनवरी को कोरोना संक्रमण के खिलाफ निर्णायक जंग के तौर पर दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई थी. देशव्यापी टीकाकरण अभियान के पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों का वैक्शीनेशन किया जा रहा है. वहीं गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि कोविड-19 के देशव्यापी टीकाकरण अभियान के छठे दिन शाम 6 बजे तक वैक्सीन लगवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या अंतरिम रिपोर्ट के मुताबिक 10 लाख से अधिक हो गई है.
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