नई दिल्ली, एबीपी गंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिनेता अक्षय कुमार को दिए इंटरव्यू में हिंदी भाषा सीखने पर अपना राज खोला है। पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने गुजराती होने के बावजूद हिंदी पर कैसे अपनी पकड़ बनाई। मोदी ने अक्षय कुमार को इसके पीछे एक रोचक किस्सा भी बताया।


आप भी पढ़िए अक्षय कुमार और मोदी के इंटरव्यू का वो हिस्सा, जिसमें मोदी ने बताया कि उन्होंने हिंदी कैसे सीखी।


अक्षय कुमार: आप में और मुझमें एक समानता है, आप चाय बेचते थे और मैं वेटर था, हम दोनों का कोई गॉडफादर नहीं था।


पीएम मोदी: जब मैं चाय बेचता था तो मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला, बहुत लोगों से मिलने के मौका मिलता था, हर एक के स्वभाव को समझता था। बिना कारण चाय पीने वाला गुस्सा करता था, डांट देता था। इन चीजों को सीखने में बहुत काम आया, लेकिन एक चीज बहुत मजेदार है मेरे जीवन में, मैं जब लोगों से हिंदी में बात करता हूं, तो लोग बहुत आश्चर्यचकित होते हैं। कि ये इतनी बढ़िया हिंदी कैसे बोल लेता है। वो तो बोले तू गुज्जू है। इतने साल तक यहां रहा लेकिन उसको हिंदी बोलना नहीं आता। उसका कारण ये था कि मैं जब चाय बेचता था तो मेरे गांव में ट्रेन तो बहुत कम आती थी, लेकिन मालगाड़ी ज्यादा आती थी। मुंबई में भैंसों के तबेले हैं, उसके दूध बेचने वाले हैं। भैसों का लाना-जाना बड़ा कारोबार होता था। मालगाड़ी में दूधवाले होते थे उनसे बातें करते करते मैं हिंदी सीख गया। शाम को वो लोग भजन करते थे तो मुझे नॉर्थ इंडिया के कल्चर से परिचय हुआ। एक तरह से चाय ने मुझे ये भाषा सिखा दी।