पीएम मोदी ने केदारनाथ में की विशेष पूजा और रूद्राभिषेक, पुनर्निर्माण कार्यों का लिया जायजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे और पूजा-अर्चना करने के बाद रूद्राभिषेक किया। पुजारी ने पीएम मोदी को रुद्राक्ष की माला पहनाई और माथे पर चंदन लगाया। मंदिर के पुजारी ने उन्हें शॉल भी पहनाई।
देहरादून, एबीपी गंगा। चुनाव प्रचार थम गया है और रविवार 19 मई को अंतिम चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। इस बीच अंतिम चरण की वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सुबह साढ़े 9 बजे प्रधानमंत्री केदारनाथ पहुंचे और पूजा-अर्चना करने के बाद रूद्राभिषेक किया। पुजारी ने पीएम मोदी को रुद्राक्ष की माला पहनाई और माथे पर चंदन लगाया। मंदिर के पुजारी ने उन्हें शॉल भी पहनाई। पीएम मोदी मंदिर में पूजा कर बाहर आए और उन्होंने मंदिर की परिक्रमा की, इसके साथ ही वहां मौजूद श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। केदारनाथ के बाद मोदी रविवार सुबह भगवान बद्रीनाथ के दर्शन करेंगे।
बारिश का अनुमान
पीएम मोदी ने केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा भी लिया। 2013 में केदारनाथ में आई आपदा के बाद पुनर्निर्माण पर लगातार उनकी नजर रही है। केदारनाथ के पुनरुत्थान का जिम्मा संभालने के बाद मोदी ने ही केदारनाथ गुफा के पुनर्निर्माण के निर्देश दिए थे। गुफा का संचालन इस साल से शुरू हो गया है। पीएम मोदी की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है।
केदारनाथ में करेंगे विश्राम
प्रधानमंत्री आज केदारनाथ में ही विश्राम करेंगे। केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद मोदी केदारनाथ क्षेत्र में बनी ध्यान गुफा में ध्यान भी करेंगे। प्रधानमंत्री के केदारनाथ दौरे को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री का पिछले दो साल में केदारनाथ का यह चौथा दौरा है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ में पीएम मोदी की अगाध आस्था है। 2017 में कपाट खुलने के मौके पर पीएम मोदी ने प्रथम भक्त के तौर पर बाबा केदार के दर्शन कर रुद्राभिषेक किया था, उसके बाद से अब वे चौथी बार केदारनाथ आए हैं।
बारिश की संभावना
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम की ऊंचाई समुद्र तल से 11,700 फीट है, जबकि मंदिर परिसर से डेढ़ किमी दूर बनी ध्यान गुफा की ऊंचाई करीब 12,250 फीट है। हालांकि 18 मई को केदारनाथ और बद्रीनाथ में बारिश होने का अनुमान है, लेकिन इससे पीएम के कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
मंदिर में दर्शन का महत्व
प्रधानमंत्री के दो दिवसीय उत्तराखंड के दौरे को लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारी की है। एसपीजी की टीम ने यहां पहले से ही डेरा डाला हुआ है। बारिश की वजह से हेलीकॉप्टर सेवा बंद कर दी गई है। बता दें कि 9 मई को बद्रीनाथ और केदारनाथ के कपाट खुल गए थे। हिंदू धर्म में मान्यता है कि जिसने भी बद्रीनाथ और केदारनाथ के दर्शन कर लिए उन्हें फिर गर्भ में नहीं आना पड़ता है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां साक्षात शिव का वास है और साल के 6 महीने मनुष्य और शीत ऋतु के 6 महीने में देवतागण यहां शिवजी की पूजा करते हैं। मंदिर के कपाट खुलते समय अखंड ज्योति के दर्शन का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व बताया गया है।
पहले भी केदारपुरी आ चुके हैं मोदी
बता दें कि 19 मई को देश की 59 सीटों पर वोटिंग होनी है, जिसमें पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी शामिल है। पीएम मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है और वह अपने पांच साल के तीन बार केदारनाथ और बद्रीनाथ जा चुके हैं। मोदी इससे पहले 3 मई 2017, 20 अक्टूबर 2017 और 7 नवंबर 2018 को भगवान केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं।