हाई सिक्योरिटी वाली बांदा जेल से लापता हुआ कैदी, प्रशासन के होश उड़े, इसी में बंद है माफिया मुख्तार अंसारी
यूपी की बांदा जेल में सुरक्षा पर सवालिया निशान लग गया है. यहां की हाई सिक्योरिटी वाली जेल से कैदी लापता होने की खबर बाद जेल प्रशआसन के हाथ पांव फूल गये हैं.
बांदा: यूपी की जेलें अब सुरक्षित नहीं रह गई हैं. कभी जेलों में गैंगवार तो कभी कैदियों का कारागार से भाग जाना आम बात होती जा रही है. ताजा मामला बांदा मंडल कारागार का है, जहां से बीती रात एक कैदी फरार हो गया. यह तब हुआ जब बांदा में कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी बंद है. माफिया के बंद होने के चलते मंडल कारागार में सीसीटीवी कैमरे और हाई सिक्योरिटी तैनात की गई है.
जेल से लापता हुआ कैदी
बीती रात बांदा मंडल कारागार में उस समय हड़कंप मच गया जब विजय आरख नाम का एक कैदी अचानक से जेल से लापता हो गया. बताया जा रहा है कि वह बैरक से पानी लेने के लिए बाहर गया था और फिर वह वापस लौट कर ही नहीं आया. आनन-फानन में 3 घंटे तक जेल प्रशासन ने पूरे जेल की सर्चिंग की लेकिन कैदी का कहीं पता नहीं चला तो जेल प्रशासन सकते में आ गया और प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारियों को सूचित किया गया. जिसके बाद आला अधिकारियों ने देर रात जेल पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया.
सुरक्षा पर सवाल
घटना के बाद से मंडल कारागार प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर के बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. मौके पर पहुंचे सीओ सिटी ने बताया कि विजय आरख नाम का एक कैदी जो कि गिरवा थाना क्षेत्र का है वह रात को खाना खाने के बाद मिसिंग पाया गया है. जिसके चलते तलाश की जा रही है. उन्होंने ऐसी भी आशंका जताई है कि कहीं उसने अपने आपको शायद कारागार में ही छिपा लिया है. सवाल यह उठता है कि क्या सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी के बाद भी अगर वह कैदी जेल में छिपा हुआ है और अभी तक मिला क्यों नहीं.
जबकि बांदा जेल प्रदेश की हाई सिक्योरिटी जिलों में से एक है और यहां पर बाहुबली मुख्तार अंसारी समेत कई बड़े अपराधी जेल में बंद है. और वर्तमान समय में जेल की सुरक्षा को लेकर दावा किया जा रहा था कि यहां पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता, क्योंकि मुख्तार अंसारी के आने के पहले इस जेल में सुरक्षा को लेकर वे सब व्यवस्थाएं की गई जो एक हाईसिक्योरिटी की जेल में होनी चाहिए. बड़ी बात यह है कि, इस जेल में लगे सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग लखनऊ से हो रही है, यानि कि, जेल की एक-एक हरकत पर लखनऊ में बैठे अधिकारियों की नजर है. और यहां की सुरक्षा को लेकर डीजी जेल आनंद कुमार खुद इस पर नजर बनाए हुए हैं.
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