ABP Ganga Maha Adhiveshan Dehradun: एबीपी गंगा के विशेष कार्यक्रम महाधिवेशन में उत्तराखंड विधानसभा के नेता नेता प्रीतम सिंह ने देवस्थानम बोर्ड को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, देवस्थानम बोर्ड को लेकर सरकार का रवैया सही नहीं रहा. इसके लिए तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों से संवाद करना चाहिए था, लेकिन सरकार सत्ता के नशे में मदमस्त थी. सिंह ने एबीपी गंगा के मंच से कहा कि, 2022 में हमारी सरकार बनेगी और हम तीर्थ पुरोहितों की भावनाओं के अनुरूप निर्णय लेंगे. 


रीश रावत पर दिया सधा हुआ बयान


प्रीतम सिंह ने कहा कि, यही नहीं, जरूरत पड़ी तो हम इसे निरस्त करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. वहीं, जब उनसे सीएम के चेहरे को लेकर चल रहे विवाद पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि, कांग्रेस की अध्यक्षा के चेहरे में सबका चेहरा निहित है. जब उनसे हरीश रावत को लेकर बात की गई तो प्रीतम सिंह ने कहा कि, हम सामूहिक नेतृत्व में लड़ेंगे और यही राष्ट्रीय नेतृत्व का फैसला भी है.


पीएम पर निशाना 


उन्होंने महंगाई को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा. सिंह ने कहा कि, हम पीएम की मन की बात 2014 से सुन रहे हैं, अब उत्तराखंड के लोगों की मन की बात सुने. नेता विपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि, हम सदन के अंदर और सदन के बाहर जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष करेंगे.


आम आदमी पार्टी का वजूद नहीं 


आम आदमी पार्टी द्वारा फ्री बिजली दिये जाने की बात पर प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य में आम आदमी पार्टी का वजूद ही नहीं है. राज्य में जब चुनाव आता है तो तभी ये सब याद आता है. उन्होंने कहा कि, ये लोगों की भावना से खेलना चाहते हैं. 


गैरसैण पर लिया जाएगा निर्णय 


प्रीतम सिंह ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि, हम  2022 में सरकार बनाएंगे. गैरसैण को राजधानी बनाये जाने को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में इसके लिए आंदोलन किया गया. बीजेपी सरकार ने इस विषय पर कोई निर्णय नहीं लिया. जब 2022 में हमारी सरकार आएगी तब निर्णायक फैसला करेगी.


पार्टी में वापसी के लिए लोगों के दरवाजे खुले हैं


हरीश रावत के साथ ना जाने पर उन्होंने कहा कि यहां राज्य की भौगोलिक परिस्थितियां अलग हैं, इसलिए सभी लोग अलग-अलग जाकर लोगों से संवाद कर रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि, पार्टी का साथ छोड़ कर बहुत से लोग चले गये, क्या उनकी वापसी होगी?  इस पर प्रीतम सिंह ने कहा कि, कोई भी राजनीतिक दल हो किसी के लिए भी दरवाजे बंद नहीं करता. हम कह रहे हैं, वापसी के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि, राष्ट्रीय नेतृत्व इस पर निर्णय लेगा.