(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
गाजियाबाद: कोविड-19 मरीजों को भर्ती नहीं करने पर निजी अस्पतालों पर सख्त हुआ प्रशासन
गाजियाबाद में निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों को भर्ती ना किए जाने पर कड़ी चेतावनी दी गई है. प्रशासन ने अस्पतालों से कहा कि वे मरीजों के इलाज के खर्च की चिंता ना करें.
गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश स्थित गाजियाबाद प्रशासन ने सोमवार को कोविड-19 मरीजों को भर्ती नहीं करने वाले निजी अस्पतालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. प्रशासन ने कहा कि कोरोना के किसी भी मरीज की मौत न हो यह सुनिश्चित करने के लिए अस्पताल उन्हें भर्ती कर इलाज शुरू करें.
"जिला प्रशासन भरेगा मरीज का बिल"
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने एक आधिकारिक वक्तव्य में अस्पतालों से कहा कि वे मरीजों के इलाज के खर्च की चिंता नहीं करें, यदि मरीज अस्पताल के बिल का भुगतान करने में असमर्थ होगा तो उसका भुगतान जिला प्रशासन की ओर से किया जाएगा.
जिलाधिकारी ने आगे कहा, “कोविड-19 के किसी भी मरीज की मौत न हो इसके लिए मरीज को तुरंत भर्ती कर उसका इलाज शुरू कर देना चाहिए. यदि मरीज के परिजन अस्पताल के बिल का भुगतान करने में असमर्थ होंगे तो उसका भुगतान जिला प्रशासन की ओर किया जाएगा. जरूरत पड़ने पर प्रत्येक मरीज को आईसीयू बिस्तर और वेंटिलेटर की सुविधा भी प्रदान की जाए.“
यूपी में सामने आए इतने मरीज
वहीं, उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमित 285 और लोगों की मौत हो गई तथा 9391 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई. स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कोविड-19 संक्रमित 285 और मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद प्रदेश में अब तक इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17817 हो गई है.
ये भी पढ़ें: