लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को राजनीतिक समीकरण बनाए जाने लगे हैं. कोरोना काल में लॉकडाउन खत्म होने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी एक्टिव हो गई हैं. प्रियंका ने संगठन के नेताओं सहित तमाम लोगों से सीधे तौर पर मिलने का सिलसिला शुरू कर दिया है. इस कड़ी में वो हाल ही में जेल से छूटे डॉ कफील खान के परिवार के मिलीं तो दूसरी तरफ यूपी कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मुलाकात कर सूबे के सियासी हालात का जायजा लिया.


पार्टी की गतिविधियों पर है पूरी नजर
प्रियंका गांधी संगठन और पार्टी नेताओं के साथ वर्चुअल बैठकें कर रही थी लेकिन अब वन-टू-वन यानी सीधे तौर पर मुलाकात का सिलसिला शुरू हो गया है. प्रियंका ने कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम के साथ मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में पार्टी से जुड़ी गतिविधियों की रिपोर्ट भी ली.


चुनावी घोषणा पत्र बनाने को लेकर बनी रणनीति
हाल ही में प्रियंका गांधी ने मेनिफेस्टो कमेटी के सदस्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी. बैठक में चुनावी घोषणा पत्र बनाने को लेकर रणनीति तैयार करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था, किसानों के मुद्दे, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और बिगड़ते आर्थिक हालात पर गंभीर चर्चा हुई थी. बैठक में तय हुआ था कि पूरे प्रदेश में जनअभियान चलाकर कांग्रेस पार्टी अपना घोषणा पत्र बनाएगी. इस अभियान में विधानसभा वार बैठकें करके जन सरोकार से जुड़े मुद्दों को घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा.



जनता से रायशुमारी की जाएगी
मीटिंग में तय हुआ था कि सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल माध्यमों के जरिए भी जनता से रायशुमारी की जाएगी. प्रदेश भर के बौद्धिक वर्ग और जन संगठनों से लिखित रूप से भी सलाह मांगी जाएगी. चुनावी घोषणा पत्र के लिए विधानसभा वार आम लोगों से भी इस तरह के सुझाव और मुद्दे आमंत्रित किए जाएंगे.


लोगों से मिलना जुलना शुरू
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कहना है कि प्रियंका गांधी लगातार पार्टी और संगठन के मुद्दों पर नजर रख रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन हम घर में बैठ नहीं सकते हैं. ऐसे में प्रियंका गांधी ने अब सीधे तौर पर लोगों के साथ मिलना जुलना शुरू किया है. ये सिलसिला बाकी नेताओं के साथ भी जारी रहेगा.


कफील खान की रिहाई में निभाई अहम भूमिका
गौरतलब है कि, जेल से छूटने के बाद डॉक्टर कफील खान ने अपने परिवार के साथ सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी. कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शाहनवाज आलम प्रियंका गांधी से कफील खान की मुलाकात कराने में अहम कड़ी बने. शाहनवाज ने ही कफील खान की रिहाई के लिए आंदोलन चलाया था. इतना ही नहीं जेल से बाहर आने के बाद प्रियंका गांधी के निर्देश पर शाहनवाज कफील खान को राजस्थान लेकर गए थे, जहां वो अपने परिवार के साथ कुछ दिन ठहरे थे.



बढ़ेंगी राजनीतिक गतिविधिंया
शाहनवाज आलम ने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव में अब महज डेढ़ साल का समय बचा है. ऐसे में संगठन लेकर लेकर पार्टी नेताओं के साथ प्रियंका गांधी बैठकें भी करेंगी और मुलाकात भी. ये सिलसिला अब लगातार जारी रहेगा. सूबे में अनलॉक-4 में काफी छूट दी गई है तो पार्टी की राजनीतिक गतिविधिंया भी बढ़ेंगी और अब हम लोग गांव स्तर पर बैठकें करेंगे.

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