उन्नाव, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में गैंगरेप पीड़िता को गुरुवार की आरोपियों ने गांव के बाहर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। पीड़िता को इलाज के लिए लकनऊ सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोला है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा कि 'कल देश के गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साफ-साफ झूठ बोला कि यूपी की क़ानून व्यवस्था अच्छी हो चुकी। हर रोज ऐसी घटनाओं को देखकर मन में रोष होता है। भाजपा नेताओं को भी अब फर्जी प्रचार से बाहर निकलना चाहिए।'
इस बीच उन्नाव रेप कांड पीड़िता से मिलने पहुंचे सपा नेता सुनील सिंह साजन ने भी योगी सरकार पर निशाना साधा है। सुनील सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है। बलात्कारी बीजेपी और योगी की तस्वीर लगाकर घूम रहे हैं। सपा नेता ने कहा कि दबंगों को यूपी सरकार शह दे रही है। सुनील सिंह ने महिलाओं के साथ कम हुए अपराध पर डीजीपी के बयान को शर्मसार करने वाला बयान बताया साथ ही कहा कि प्रदेश में महिलाओं का निकलना मुश्किल हो गया है। सपा नेता ने कहा कि समाजवादी पार्टी पीड़िता के परिवार की पूरी मदद करेगी।
बता दें कि उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में झारखंड के चुनावी दौरे पर गए सीएम योगी आदित्यनाथ ने फोन पर उच्चाधिकारियों से बात की है। सीएम योगी ने अपर मुख्य सचिव गृह, डीजीपी ओपी सिंह और मुख्य सचिव आरके तिवारी से बात कर निर्देश दिया है कि मामले पर गंभीरता से जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
फिलहाल उन्नाव में रेप पीड़ित पर हमले के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता ने बयान दिया है कि गुरुवार तड़के 4 बजे वह रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन जा रही थी। गौरा मोड़ पर गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, किशोर शुभम, शिवम, उमेश ने उसे घेर लिया और सिर पर डंडे से और गले पर चाकू से वार किया। इस बीच वह चक्कर आने से गिरी तो आरोपियों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
गौरतलब है कि, बिहार क्षेत्र के भाटनखेडा गांव के रहने वाले शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने 12 दिसंबर 2018 को इलाके की एक युवती को अगवा करके रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में गैंगरेप किया था। जिसका मुकदमा रायबरेली जिले के थाना लालगंज में पंजीकृत है और रायबरेली कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है। इस केस की जांच रायबरेली पुलिस ने की थी। केस में कुछ आरोपी जेल से जमानत पर बाहर आए थे।