लखनऊ, एजेंसी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा बिजली की दरों में बढ़ोतरी के बाद इस मामले पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के बाद अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने बिजली महंगी करने का विरोध किया है।


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि 'पहले महंगे पेट्रोल-डीजल का बोझ और अब महंगी बिजली की मार: उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार आम जनता की जेब काटने में लगी है! क्यों?' प्रियंका गांधी ने कहा कि 'खजाने को खाली करके भाजपा सरकार अब वसूली, जनता पर महंगाई का चाबुक चला रही है। कैसी सरकार है ये?'



प्रियंका गांधी से पहले बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने बिजली की दरें बढ़ाने का विरोध करते हुए योगी सरकार को घेरा था। मायावती ने कहा था कि, 'उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार द्वारा बिजली की दरों को बढ़ाने को मंजूरी देना पूरी तरह से जनविरोधी फैसला है। इससे प्रदेश की करोड़ों खासकर मेहनतकश जनता पर महंगाई का और ज्यादा बोझ बढे़गा व उनका जीवन और भी अधिक त्रस्त व कष्टदायी होगा। सरकार इस पर तुरन्त पुनर्विचार करे तो यह बेहतर होगा।'





इस बीच, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने आरोप लगाया कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाने और मंत्रियों, विधायकों और सरकारी विभागों से करोड़ों रुपये का बकाया न वसूल पाने की वजह से बिजली की दरों में भारी इजाफा किया है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग में करोड़ों रूपये का भ्रष्टाचार है। इसके अलावा उसकी गलत नीतियों के कारण योगी सरकार साल- दो साल पर बिजली की दरों में भारी इजाफा कर आम जनता पर महंगाई के इस भयानक दौर में आर्थिक बोझ बढ़ा रही है, यह जनता के साथ विश्वासघात है।



संजय सिंह ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार का हवाला देते हुये कहा कि दिल्ली में पिछले पांच वर्षों में बिजली की दरों में एक भी रुपया नहीं बढ़ाया गया है। इसके बावजूद सरकार का राजस्व बढ़ा है।


गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बिजली महंगी हो गई है। योगी सरकार ने घरेलू बिजली की दरों में 8 से 12 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। वहीं औद्योगिक इलाकों में बिजली की दरों में 5 से 10 फीसदी इजाफा किया गया है। सरकार ने दो साल के बाद बिजली के रेट बढ़ाए गए हैं। इससे पहले साल 2017 में बिजली के दामों में बढ़ोतरी की गई थी।