UP News: कांग्रेस (Congress) महासचिव और यूपी कांग्रेस (UP Congress) की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने कांग्रेस अधिवेशन के दौरान एक ऐसा बयान दिया, जिससे यूपी में बीजेपी (BJP) के विरोधी दलों के लिए बड़ा संदेश गया है. जिसके बाद सवाल उठने लगा है कि क्या बीएसपी (BSP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) कांग्रेस महासचिव का ये संदेश मानेंगे?


कांग्रेस महासचिव ने बीजेपी के खिलाफ लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकता का सीधा संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लोगों को बीजेपी की विरोधी सभी पार्टियों से एकजुट होकर लड़ने की उम्मीद है, लेकिन सबसे ज्यादा उम्मीद कांग्रेस से है. 


प्रियंका गांधी ने कहा, “चुनाव में एक साल बचे हैं, जितनी पार्टियां हैं, जिनकी विचारधारा इनसे बीजेपी विपरीत है, उनसे उम्मीद है कि एकजुट होकर लड़े, लेकिन सबसे ज्यादा उम्मीद कांग्रेस से है.” उन्होंने कहा कि संगठन को लेकर कई चुनौतियां है जिनसे निपटना है और गांव-गांव तक जाकर लोगों से मिलना होगा.


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कार्यकर्ताओं को भी दिया संदेश
कांग्रेस नेता ने कहा, "पार्टी का संदेश और सरकार की ‘विफलताओं’ को लोगों तक पहुंचाएं. राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से कांग्रेस की विचारधारा की लंबी लकीर खींचकर दिखाई है." अब उनके इस बयान का सबसे पहला और सीधा संदेश सपा और बसपा के लिए माना जा रहा है. 


राजनीति के जानकार बताते हैं कि केंद्र का रास्ता यूपी से होकर जाता है. ऐसे में अगर बीजेपी के खिलाफ यूपी में कांग्रेस विपक्षी दलों को एक कर पाए तो उसके लिए बड़ी कामयाबी होगी. हालांकि दूसरी ओर अगर ऐसा होता है कि बीजेपी की भी टेंशन बढ़ सकती है. 


प्रियंका गांधी का संदेश विरोधी दलों के लिए है. लेकिन इस राजनीति गठबंधन के आसार काफी कम नजर आ रहे हैं. इस संबंध में अखिलेश यादव और मायावती ने पहले ही किसी और दल से गठबंधन नहीं करने का एलान कर दिया है. अब गठबंधन करने के लिए उन्हें अपना फैसला बदलना होगा.