नई दिल्ली, एबीपी गंगा। यूपी में कांग्रेस को एक बार फिर मजबूत करने के लिए प्रियंका गांधी ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। प्रियंका गांधी ने यूपी के सभी सचिवों और नेताओं के साथ बैठक की और संगठन को नए सिरे से तैयार करने की बात कही। प्रियंका ने कहा कि अब यूपी में नए जिला अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष बनाए जाएंगे, जिसके लिए अच्छे उम्मीदवारों की तलाश की जाएगी। इसके अलावा प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया यूपी में जगह-जगह जाकर कार्यकर्ताओं से भी मिलेंगे।


चुनाव हार गए राहुल


23 मई को आए लोकसभा चुनाव के नतीजे में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद अमेठी से चुनाव हार गए हैं। मोदी लहर में सवार बीजेपी की प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर केंद्र में सरकार बन गई है। राहुल गांधी ने यूपी की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को दी थी। बावजूद इसके राहुल अपनी सीट नहीं बचा सके और कांग्रेस महज एक सीट पर ही सिमटकर रह गई।



अमेठी पर स्मृति का कब्जा


अमेठी लोकसभा सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। इस सीट पर इससे पहले 16 चुनाव और दो उपचुनाव हुए हैं, इनमें से कांग्रेस ने यहां 16 बार जीत दर्ज की है। 1977 में लोकदल और 1998 में बीजेपी को यहां से जीत मिली थी। यहां से संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी सांसद रहे हैं और अब यह सीट स्मृति ईरानी की हो गई है।


बीजेपी की बढ़ी ताकत


अमेठी लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें अमेठी जिले की तिलोई, जगदीशपुर, अमेठी और गौरीगंज सीटें शामिल हैं। रायबरेली जिले की सलोन विधानसभा सीट भी अमेठी में आती है। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में पांच सीटों में से चार पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी और महज एक सीट समाजवादी पार्टी (सपा) को मिली थी।