सीएए के विरोध में हुई मुजफ्फरनगर हिंसा में मारे गये लोगों से मिलीं प्रियंका गांधी..सरकार पर लगाये आरोप
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को मुजफ्फरनगर हिंसा में मारे गये लोगों के परिवारवालों से मिलीं। प्रियंका गांधी ने मृतक नूरा के परिजनों से मिलीं। उन्होंने सरकार और पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाये।
मुजफ्फरनगर, एबीपी गंगा। कांगेस महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार को मुजफ्फरनगर पहुंचीं। नागरकिता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल मौलाना असद से घर जाकर मुलाकात की। साथ ही इस प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले नूरा के घर जाकर शोक संवेदना जताई। प्रियंका ने योगी सरकार व पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाये।
उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में 20 दिसंबर में जुमे की नमाज के बाद नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में तमाम प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतर कर भारी पथराव कर सरकारी व प्राइवेट वाहनों में तोडफ़ोड़ कर आगजनी की घटना को अंजाम दिया। प्रदर्शनकरियों की ओर से पथराव और गोली बारी में ही नगर के खालापार निवासी नूरा उर्फ नूर मोहम्मद गोली लगने से घायल हो गया था, जिसकी बाद में मेरठ मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। नूरा के शव को भी उसके परिजनों ने यहां न लाकर मेरठ के कस्बा दौराला के कब्रिस्तान में दफनाया था।
उपद्रव के दौरान ही नगर के आर्य समाज रोड पर स्थित सादत होस्टल के मौलाना असद भी बुरी तरह घायल हुए थे। मौलाना असद काफी बुजुर्ग हैं और उन्होंने पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगाए थे। प्रियंका गांधी जनपद में धारा 144 का उलंघन कर जिला प्रशासन को बिना सूचना के उपद्रव के दौरान पीड़ित हुए इन लोगों से मिलने पहुंची थीं। प्रियंका सबसे पहले खालापार के किदवईनगर में घायल मौलाना असद के घर पहुंचकर संवेदना व्यक्त की, वहीं मौलाना के घर पर ही पीड़ित रुकैया से भी मिलीं। रुकैया और उसकी बहन की शादी होने वाली थी जिसका दहेज का सामान भी घर में ही रखा हुआ था। आरोप है कि उसे उपद्रवियों की तलाश में आई पुलिस फोर्स ने तोडफोड़ कर मारपीट की थी। इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कांग्रेस नेता इमरान मसूद और हरेंद्र मलिक के साथ मृतक नूरा के घर पहुंचीं। वहां बंद कमरे में प्रियंका ने नूरा की पत्नी से बात की उसके बाद प्रियंका गांधी का काफिला कांगेस नेता पंकज मलिक के आवास पर पहुंचा। यहां प्रियंका ने कहा कि सीएए का विरोध करने की वजह से अल्पसंख्यकों पर पुलिस ने सरकार के इशारे पर बहुत ज्यादती की है।