नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का जनाधार मजबूत करने में जुटीं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने संकेत दिए हैं कि विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री उम्मीदवार हो सकती हैं. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि हमारी कोशिश है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक मजबूत विकल्प बने.


उन्होंने कहा, ''हमने सभी मुद्दे उठाए हैं. जहां भी अन्याय हुआ है हम वहां गए हैं. आंदोलन किया है. लॉकडाउन के समय में राहत का कार्यक्रम हमने चलाया. आगे भी यह काम जारी रहेगा.''


प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि इस साल के आखिरी तक उत्तर प्रदेश के 60 हजार गांव में हमारे कार्यकर्ता हों. 2021 में राज्य में कांग्रेस एक मजबूत संगठन के रूप में खड़ा हो जाएगा. 2022 में विधानसभा के चुनाव हैं.''


उन्होंने कहा कि दिल्ली से उत्तर प्रदेश की राजनीति नहीं चल सकती है. इसलिए हम लगातार उत्तर प्रदेश जाते हैं. प्रियंका गांधी मुख्यमंत्री की उम्मीदवारी के सवाल पर कहा, ''अगर यह फैसला होगा तो आपको पता चल जाएगा.''


उन्होंने हाथरस की घटना को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए. साथ ही डीएनडी पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर कहा कि कार्यकर्ता के लिए हमें लड़ना होगा.


प्रियंका गांधी ने हाथरस में रेप पीड़िता के शव को रात में जलाए जाने को लेकर कहा कि परिवार की सहमति से कुछ नहीं हुआ. परिवार भी बार-बार यही कह रहा है. पूरे मामले पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. सरकार का एक्शन क्रूरतापूर्ण रहा है. सीबीआई जांच कर रही है.


उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार बहुत हो रहा है. महिला को दोषी ठहराना और उसके चरित्र पर सवाल उठाना यह बहुत गलत है.


उन्होंने हाथरस की घटना पर राजनीति करने के आरोपों पर कहा कि जब पीड़िता की मां गले लग कर रोई है तो मैं इसपर कैसे राजनीति कर सकती हूं. मैं दर्द पर राजनीति नहीं कर सकती हूं, मुझे बहुत चोट पहुंची है.


प्रियंका गांधी ने कहा कि जेल में डाल दें, लाठी मार दें, मुझे धक्के दें. क्या नहीं किया? वो और कर सकते हैं.


क्या राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालेंगे? इस सवाल को प्रियंका गाधी टाल गईं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ही इसका जवाब देंगे.