प्रियंका गांधी का तंज- ये सरकार दुबई में ISI से बात कर सकती है, विपक्ष के नेताओं से नहीं
प्रियंका गांधी वाड्रा ने दावा किया कि पिछले 6 महीने में 1.1 मिलियन रेमडेसिविर इंजेक्शन का निर्यात हुआ है और आज हमारे पास इंजेक्शन की कमी है.
नई दिल्ली: देश में बढ़ते कोरोना के प्रकोप को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है. स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर टीकाकरण तक हर मुद्दे पर विपक्षी पार्टी सरकार को घेर रही है. इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ''ये सरकार दुबई में ISI से बात कर सकती है, विपक्ष के नेताओं से बात नहीं कर सकती? मैं नहीं मानती कि आज विपक्ष का एक भी नेता ऐसा है जो इन्हें पॉजिटिव और रचनात्मक तरीके से सुझाव नहीं दे रहा है.'' उन्होंने कहा कि ''मैं सकारात्मक तरीके से कह रही हूं कि भगवान के लिए सरकार कुछ करे. उनके पास जितने संसाधन हैं उन्हें वो कोरोना की लड़ाई में लगाएं. अगर केंद्र सरकार अपना मन बनाए तो अभी भी ऑक्सीजन की सुविधा बनाई जा सकती है.''
1.1 मिलियन रेमडेसिविर इंजेक्शन का निर्यात हुआ- प्रियंका
कांग्रेस नेता ने कहा कि ''हर जगह से ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि समझ में ही नहीं आ रहा कि ये सरकार क्या कर रही है? शमशान घाटों पर इतनी भीड़ लगी है, लोग कूपन लेकर खड़े हैं. हम इस स्थिति में सोच रहे हैं कि हम क्या करें. जो सरकार को करना चाहिए था, वो सरकार नहीं कर रही है.'' प्रियंका गांधी ने कहा कि ''कितनी बड़ी त्रासदी है कि देश में ऑक्सीजन उपलब्ध है लेकिन जहां पहुंचना चाहिए वहां पहुंच नहीं पा रहा है. पिछले 6 महीने में 1.1 मिलियन रेमडेसिविर इंजेक्शन का निर्यात हुआ है और आज हमारे पास इंजेक्शन की कमी है.''
प्रियंका ने दावा किया कि ''आज देशभर से रिपोर्ट आ रही हैं कि बेड, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर, वेंटिलेटर की कमी है. पहली वेव और दूसरी वेव के बीच हमारे पास तैयारी करने के कई महीने थे. भारत की ऑक्सीजन प्रोडक्शन कैपेसिटी दुनिया में सबसे बड़ी है, ऑक्सीजन को ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा नहीं बनाई गई.'' उन्होंने कहा, ''सरकार ने जनवरी से मार्च महीने में कोरोना वायरस की 6 करोड़ वैक्सीन निर्यात की और इसी समय में 3-4 करोड़ भारतीयों को वैक्सीन दी. आपने भारतीयों को प्राथमिकता क्यों नहीं दी?''
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