(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
किसान महापंचायत में प्रियंका गांधी बोलीं- कारोबारियों के लिए धड़कता है PM मोदी का दिल
किसान पंचायत में प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों को बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सबकुछ बेचना चाहती है.
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसान महापंचायत को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल कारोबारियों के लिए धड़कता है. उन्होंने कहा कि कृषि कानून से सिर्फ पैसे वालों को फायदा होगा.
सहारनपुर में किसान महापंचायत में प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ''जो 3 कृषि क़ानून सरकार ने बनाए हैं वो राक्षस रूपी क़ानून हैं जो किसानों को मारना चाहते हैं. पहला क़ानून भाजपा के नेतृत्व के पूंजीपति मित्रों के लिए जमाखोरी के दरवाजे खोलेगा.''
किसान पंचायत में प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि ''किसानों को बदनाम किया जा रहा है. आज किसानों को देशद्रोही कहा जा रहा है. पीएम मोदी पूरी दुनिया में घूमे लेकिन किसानों के बीच नहीं आए.'' उन्होंने कहा कि ''मोदी सरकार सबकुछ बेचना चाहती है. इससे सिर्फ कुछ खरबपतियों को फायदा होगा.''
ये आपकी ज़मीन का आंदोलन है- प्रियंका
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा, 56 इंच की छाती के अंदर एक छोटा सा दिल है जो केवल कुछ उद्योगपतियों के लिये धड़कता है. 16,000 करोड़ के 2 हवाई जहाज ले लिये और 20,000 करोड़ संसद के सुंदरीकरण में खर्च कर दिया लेकिन किसानों का बकाया 15,000 करोड़ आज तक नहीं दिया. उन्होंने कहा, जाग जाइये, जिनसे आप उम्मीद रख रहे हैं ये आपके लिये कुछ नहीं करेगें. अब आप समझ जाइये. जो आपसे ये बड़े बड़े वायदे करते है, उनके शब्द खोखले हैं.
प्रियंका ने अपील करते हुए कहा कि ये आपकी ज़मीन का आंदोलन है, आप पीछे मत हटिये. हम खड़े हैं, जब तक ये बिल वापस नहीं होते तब तक डटे रहिये. जब कांग्रेस की सरकार आएगी ये सभी बिल वापस होंगे और आपको समर्थन मूल्य का पूरा दाम मिलेगा. हम आपको धर्म और जाति के नाम पर तोड़ेंगे नहीं आपका बंटवारा नहीं करेगें, हम आपको जोड़ेगें.
इससे पहले सहारनपुर में प्रियंका गांधी ने भूरा देव और शाकंभरी देवी के दर्शन किए. यहां पर मत्था टेकने के बाद उन्होंने ग्राम रायपुर स्थित खानकाह में हजरत रायपुरी की दरगाह पर हाजिरी लगाई. इसके बाद वह चिलकाना में किसान महापंचायत में पहुंची.