अमेठी, एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव में वार-पलटवार का सिलसिला जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए प्रचार करने अमेठी पहुंचीं प्रियंका गांधी ने राष्ट्रवाद को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। प्रियंका गांधी ने बीजेपी के राष्ट्रवाद पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी प्रत्याशियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगना आखिर किस तरह का राष्ट्रवाद है। प्रियंका गांधी ने कहा-जनता का आदर करना ही सबसे बड़ा राष्ट्रवाद है।


बीजेपी पर पैसे बांटने का आरोप


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर अमेठी में लोगों को पैसे बांटने का आरोप लगाया। प्रियंका ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 'भाजपा के लोग अमेठी में चुनाव जीतने के लिए जनता को पैसे, साड़ियां और जूते बांट रहे हैं। यह चुनाव जीतने का बेहद गलत तरीका है। अमेठी व रायबरेली के लोगों में बहुत आत्मसम्मान है। यहां की जनता ने कभी किसी से भीख नहीं मांगी है।'


...इसलिए नहीं लड़ा चुनाव


इस बीच प्रियंका गांधी ने वाराणसी से चुनाव न लड़ने की वजह को स्पष्ट किया। प्रियंका ने कहा कि पार्टी की ओर से यूपी की 41 सीटों पर उन्हें प्रचार अभियान की जिम्मेदारी दी गई थी, ऐसे में सिर्फ एक सीट पर चुनाव लड़ने की स्थिति में उनके लिए सभी सीटों पर ध्यान लगाना संभव नहीं हो पाता। पार्टी की ओर से पूर्वी यूपी की प्रभारी बनाई गईं प्रियंका ने स्पष्ट करते हुए कहा कि चुनाव अभियान की जिम्मेदारी के कारण ही उन्होंने वाराणसी लोकसभा से खुद ना उतरने का फैसला किया है।



लगाए जाने लगे थे कयास


बता दें कि वाराणसी लोकसभा सीट पर पीएम मोदी को दोबारा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से ही यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि कांग्रेस यहां पर किसी राष्ट्रीय नेता को मोदी के खिलाफ चुनाव लड़वा सकती है। इसी बीच प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने के बाद इस प्रकार की अटकलें शुरू हो गईं कि प्रियंका आने वाले वक्त में पूर्वांचल की सबसे प्रतिष्ठित सीट वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं। इस संभावना को बल देते हुए प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रियंका वाराणसी से दावेदार हो सकती हैं। हालांकि बाद में प्रियंका ने यह निर्णय पार्टी पर छोड़ते हुए कहा था कि अगर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी कहेंगे तो वह वाराणसी लोकसभा से चुनाव जरूर लड़ेंगे।


अजय राय लड़ रहे हैं चुनाव


कांग्रेस ने वाराणसी से जिन अजय राय को पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रत्याशी बनाया है, वह एक जमाने में भारतीय जनता पार्टी के विधायक रह चुके हैं। राय अब तक 2 लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, जिनमें एक में उन्होंने एसपी और दूसरे में कांग्रेस के टिकट पर दावेदारी की थी। साल 2014 में अजय राय ने कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में दो बड़े नेताओं नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था। 2014 में हुए चुनाव के दौरान वाराणसी में नरेंद्र मोदी को 5 लाख 81 हजार वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर रहे अरविंद केजरीवाल को 2 लाख 9 हजार 238 और तीसरे स्थान पर रहे अजय राय को 75 हजार 614 वोट मिल सके थे।