लखीमपुर खीरी में सोमवार (7 जनवरी) देर शाम को पुलिस हिरासत में गैंगस्टर रामचंद्र की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी, इसको लेकर परिजनों के जरिये पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. मृतक का मंगलवार (8 जनवरी) को पोस्टमार्टम होने के बाद लोगों ने बम्हनपुर चौराहे पर रोड जाम कर दिया. इसके बाद मौके पर पहुंचे एक अधिकारी ने मृतक के परिजनों को धमकाया, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है.
इस वायरल वीडियो पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता और वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रतिक्रिया दी है. सोशल मीडिया साइट एक्स पर प्रियंका ने लिखा- भारत के संविधान ने दलितों-वंचितों को अधिकार देकर अन्याय-अत्याचार के खिलाफ ताकत दी। भाजपा राज में न तो संविधान का सम्मान है, न ही वंचित वर्गों के अधिकारों का। वंचित समाज से आने वाले एक परिवार ने अत्याचार के खिलाफ सवाल उठाया तो भाजपा सरकार की पुलिस का व्यवहार देखिए...
इससे पहले सपा चीफ और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव, नगीना सांसद चंद्रशेखर और सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने इस मामले में पुलिस पर आरोप लगाए थे.
मृतक परिजनों मांग कर 30 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे. मृतक के परिजनों का कहना था कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. इस विरोध के बाद देर रात धौरहरा पुलिस क्षेत्राधिकारी पीपी सिंह भी मौके पर पहुंच गए. उन्होंने सड़क जाम कर विरोध कर रहे लोगों को फटकार लगाई.
दो सिपाई लाइन हाजिर
धौरहरा पुलिस क्षेत्राधिकारी पीपी सिंह ने विरोध कर रहे लोगों से कहा कि जितना धरना करना है या जाम लगाना है, वो सब कर लो. लेकिन तुम्हारी कोई भी गलत मांग नहीं मानी जाएगी. इस मामले की भी वीडियो सोशल मीडिया पर किसी ने वायरल कर दी. इसको लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी एक्स (पहले ट्विटर) पर संदेश पोस्ट किया था.
इसी क्रम में परिजनों की मांग पर आज यानी बुधवार को दो सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है. मृतक के भाई दिनेश ने बताया कि हमारे ऊपर दर्ज मुकदमा भी वापस लेने का आश्वासन पुलिस ने दिया है. इसके बाद परिजनों ने मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी हैं.(नवीन अवस्थी के इनपुट के साथ)