नोएडा. गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने विभिन्न बिल्डरों की 344.23 करोड़ रुपये की संपत्ति बुधवार को कुर्क किया है. इन बिल्डरों पर भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) का बकाया है जिसका वे भुगतान नहीं कर रहे थे. अपर जिला मजिस्ट्रेट वित्त एवं राजस्व वंदिता श्रीवास्तव ने बताया कि रेरा का बिल्डरों पर बकाया है. रेरा की तरफ से रिकवरी के लिए जिले की विभिन्न तहसीलों को लिखा गया है. बार-बार नोटिस देने तथा मुनादी कराने के बावजूद भी बिल्डर अपनी बकाया राशि जमा नहीं करा रहे हैं.
ऑनलाइन नीलानी की जाएगी
उन्होंने बताया कि राजस्व प्राप्ति के उद्देश्य जिला प्रशासन ने विभिन्न बिल्डरों के 162 फ्लैट, 6 भूखंड, 5 व्यवसायिक स्थान और 28 बिला को आज कुर्क किया है. जिसकी अनुमानित लागत 344.23 करोड़ रुपये है. उन्होंने बताया कि अगर बिल्डरों ने राजस्व का बकाया जमा करा दिया तो उनकी संपत्ति को उन्हें वापस दे दिया जाएगा, अन्यथा की स्थिति में इन संपत्तियों की ऑनलाइन नीलामी कराई जाएगी. जिसके माध्यम से आने वाले राजस्व को सरकारी विभाग में जमा कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से अनुमति मांगी जाएगी.
ये बिल्डर हैं शामिल
उन्होंने बताया कि जिन बिल्डरों से रिकवरी होनी है उनमें मुख्य रूप से रूद्र बिल्डवेल होम्स प्राइवेट लिमिटेड सेक्टर 63, मैसर्स रूद्र बिल्डवेल इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स बुलंद बुल्डटैक, मैसर्स मोर्फियस डेवलपर्स, मैसर्स मैस्कॉट होम्स प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स सुपरटेक लिमिटेड, मैसर्स सुपरटेक टाउनशिप प्रोजेक्ट लिमिटेड, मैसर्स सुपरटेक रियलटर्स लिमिटेड, मैसर्स लॉजिक्स सिटी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स सनवर्ल्ड रेजिडेंसी, मैसर्स हैबिटेक इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, मैसर्स गायत्री हॉस्पिटलेटी एंड रियलकान लिमिटेड, मैसर्स न्यूटेक प्रमोटर और डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, अजनारा इंडिया लिमिटेड, मैसर्स रेडीकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर एवं हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स डिलीगेंन्ट बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स सुपर सिटी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स कॉसमोस इन्फ्रा एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स यूनीवेरा व डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स इन्वेस्टर्स क्लिनिक इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, आर जी रेजिडेंसी प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स जैग्वार इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स सनवर्ल्ड सिटी प्राइवेट लिमिटेड आदि हैं.
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