उत्तराखंड में 'अग्निपथ' योजना का विरोध हो रहा है. सरकार द्वारा इस योजना की घोषणा के बाद देहरादून, हल्द्वानी, हरिद्वार, रुड़की, खटीमा, चमोली और पिथौरागढ़ सहित कई जगहों पर युवाओं ने विरोध किया. देहरादून में एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस और एसएफआई (स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया) ने शनिवार को सड़कों पर उतरकर अपना विरोध जताया. 


कांग्रेस ने दिया युवाओं को समर्थन 
प्रदेश में युवाओं का इस योजना को लेकर विरोध दिख रहा है. पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी विरोध के चलते युवा सड़कों पर हैं और सरकार से योजना को वापस लेने की लगातार मांग कर रहे हैं. शुक्रवार को कांग्रेस ने भी मीडिया से मुखातिब होते हुए अग्निपथ योजना को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाला धोखा बताया. कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि मोदी सरकार की अग्निपथ योजना बेरोजगार युवाओें के साथ छलावा, उनके भविष्य को बर्बाद करने वाला धोखा है. माहरा ने कहा कि मोदी सरकार भारतीय सेना की गरिमा, परंपरा, अनुशासन की परिपाटी ही नहीं देश की सुरक्षा से भी खिलवाड़ कर रही है.


कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि चार साल के ठेके पर फौज में भर्ती देश की सुरक्षा के लिए सुखद संदेश नहीं है. चार साल की नौकरी के बाद भर्ती हुए युवाओं के भविष्य का क्या होगा, इसका सरकार के पास कोई जवाब नहीं है. माहरा ने कहा कि एक तरफ पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमा और दूसरी तरफ चीन और नेपाल की सीमा है, ऐसे में नियमित भर्ती पर पाबंदी लगाकर चार साल की ठेका भर्ती करना देशहित में उचित नहीं है.


स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के लोग उतरे सड़कों पर 
शनिवार को योजना का विरोध देहरादून में भी देखने को मिला एसएफआई के लोग गांधी पार्क के बाहर एकत्रित हुए और सरकार की इस योजना का विरोध जताया. साथ ही अपनी चार मांगे भी रखी जिसमें अग्निपथ भर्ती प्रक्रिया वापस लेने, स्थायी भर्ती शुरू करने, दो साल से रुकी भर्ती शुरू करने और ओवर एज हो चुके अभ्यर्थियों को छूट देने की मांग शामिल हैं. 



एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस ने फूंके पुतले
विरोध राजधानी देहरादून के घंटाघर पर भी हुआ. जहां यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. साथ में उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी मौजूद रहे. घंटाघर पर कांग्रेस ने पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी का पुतला फूंका.  उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा, भारतीय जनता पार्टी की सरकार का ये फरमान तुगलकी है, ये युवाओं के भविष्य के लिए ठीक नहीं है. कापड़ी ने भाजपा सरकार को इस योजना पर घेरते हुए ये भी कहा, युवाओं का राष्ट्र की रक्षा के लिए सीमा पर जाने के सपने को एक झटके में मार दिया है. 


डीजीपी ने की शांति व्यवस्था बनाने की अपील 
प्रदेश में बढ़ते विरोध को देखते हुए डीजीपी ने सभी से शांति व्यवस्था बनाने की अपील की है. उत्तराखंड के डीजीपी ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से युवाओं से संवाद किया और उन्हें किसी भी तरह असंवैधानिक कार्य न करने की सलाह दी है. डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, किसी के भी बहकावे में ना आए. आप अपना अगर विरोध भी जताते हैं, तो शांतिपूर्वक ढंग से जताएं.