सीएए का विरोध : शांति भंग के आरोप में दो को जेल, 36 लोगों को मुचलके पर किया गया रिहा
मथुरा में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए। शहर के डीग गेट क्षेत्र में काले झंडे लहराते हुए प्रदर्शन किया। मामले में पुलिस ने दो लोगों को जेल भेजते हुए 36 लोगों को मुचलके पर रिहा कर दिया है।
मथुरा, एजेंसी। मथुरा में संशोधित नागरिकता कानून का विरोध करने के दौरान गिरफ्तार किए गए 38 लोगों में से 36 को निजी मुचलका भरने के बाद चेतावनी देकर छोड़ दिया गया और दो को शांति भंग करने के प्रयास के आरोप में जेल भेज दिया गया। जिन लोगों को शांति भंग करने के प्रयास के आरोप में जेल भेजा गया है वह उत्तर प्रदेश सर्वदलीय मुस्लिम एक्शन कमेटी के जिला अध्यक्ष सईद अहमद और महामंत्री मेराज अली हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर ने बताया कि, 'शहर के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का प्रयास करने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा।' उन्होंने कहा, 'जिले में पहले से ही निषेधाज्ञा लागू है इसलिए किसी भी प्रकार के सार्वजनिक जमावड़े अथवा धरना-प्रदर्शन के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए।'
माथुर ने बताया कि मंगलवार को उत्तर प्रदेश सर्वदलीय मुस्लिम एक्शन कमेटी के बैनर तले डीग गेट पर शांति भंग करने के प्रयास के आरोप में सईद अहमद और मेराज अली को जेल भेज दिया गया है तथा निजी रूप से मुचलका भरकर भविष्य में ऐसा न करने का वादा करने पर 36 लोगों को रिहा कर दिया गया है।