Protest Against E- Pass: चारधाम यात्रा में ई-पास की बाध्यता के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी, 2 अक्टूबर से शुरू होगा बड़ा अभियान
Protest Against E-pass in Badrinath Dham: सरकार द्वारा ई-पास की अनिवार्यता के चलते हजारों यात्री वापस लौट रहे हैं. वहीं, श्री बदरीश संघर्ष समिति ने 2 अक्टूबर से बड़े विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
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Protest Aganst E-Pass in Chardham Yatra: चारधाम यात्रा में ई-पास की बाध्यता को खत्म करने की एक सूत्रीय मांग को लेकर बदरीनाथ धाम में आगामी 2 अक्टूबर को श्री बदरीश संघर्ष समिति पूरे धाम में विरोध स्वरूप बदरीनाथ धाम बन्द करेगी. वहीं, प्रदेश सरकार पर ई पास को पूरी तरह बंद कर लाखों करोड़ों नारायण भक्तों के लिए भगवान बदरीनाथ के कपाट दर्शनों के लिए बिना रोकटोक खोलने की मांग के साथ सभी भक्तों को दर्शनों की अनुमति के लिए प्रदर्शन करेगी. यह निर्णय बदरीनाथ धाम में एक बैठक के दौरान लिया गया.
नहीं आ पा रहे हैं पूरे यात्री
समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता का कहना है कि, धाम में प्रति दिन करीब 15 हजार तीर्थयात्रियों के रहने खाने की सुविधा है, लेकिन ई पास की बाध्यता के कारण 1000 यात्री भी पूरे नहीं आ पा रहे हैं. धाम में जो आ रहे हैं, उनमें महज कुछ ही रात्रि प्रवास के लिए बदरीनाथ धाम में रुक रहे और अन्य वापस लौट रहे हैं. ऐसे में सारे होटल, ढाबा कारोबारी खाली हाथ बैठे हुए हैं. सरकार अगर जल्दी इस व्यवस्था को सही नहीं करेगी तो दो तारीख से फिर समिति प्रदर्शन करने की रणनीति बना रही है.
केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालु भी परेशान
बता दें कि, चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से देश के विभिन्न कोनों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. जिन यात्रियों के ई-पास बन चुके हैं, उन्हें तो सरलता से बाबा केदार के दर्शन हो रहे हैं, लेकिन जिनके पास ई-पास नहीं हैं वो केदारघाटी पहुंचकर परेशान हो रहे हैं. उन्हें यह लग रहा है कि यहां पहुंचकर स्थानीय प्रशासन उनकी मदद करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. वो यहां आकर परेशान हो रहे हैं और सड़कों पर हल्ला मचा रहे हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं की परेशानियों को देखकर केदारघाटी के व्यापारियों, तीर्थ पुरोहितों एवं मजदूरों में आक्रोश बना हुआ है. अब तक बिना ई-पास के केदारघाटी पहुंचे हजारों तीर्थ यात्रियों को वापस लौटा दिया गया है.
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