हरिद्वार, एबीपी गंगा। देवप्रयाग में लगने वाली शराब फैक्ट्री को बंद करने को लेकर हरिद्वार में हिंदू संगठनों और साधु संतों द्वारा चल रहा क्रमिक अनशन आज 44 वें दिन भी जारी है। 44 दिन से जारी इस अनशन में बैठे हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों और साधु-संतों की आज तक ना तो सरकार ने कोई सुध ली है और ना ही स्थानीय प्रशासन का कोई भी अधिकारी अनशन पर बैठे लोगों का हाल जानने पहुंचा, वही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल लोकसभा सीट से सांसद अजय भट्ट ने जहां इस मुद्दे पर देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री खोलने को लेकर और देवप्रयाग के नाम पर लोगों को भ्रमित करने की बात कही है तो वही नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने देवभूमि में शराब फैक्ट्री खोले जाने पर सरकार की कड़ी निंदा की है।


देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री खोले जाने पर हिंदू संगठनों, साधु संतों द्वारा हरिद्वार में किये जा रहे क्रमिक अनशन पर प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि हरिद्वार में चल रहे क्रमिक अनशन का संज्ञान सरकार को है। देवप्रयाग से शराब की फैक्ट्री 40 किलोमीटर दूर लगी है देवप्रयाग का नाम लेकर इस मुद्दे को प्रचारित और प्रसारित किया गया है जिससे एक गलत संदेश गया है वह फैक्ट्री देवप्रयाग में नहीं है। इस मुद्दे को लेकर मैंने खुद शासन और प्रशासन के लोगों से बात की है वही अजय भट्ट का कहना है कि जो लोग अनशन पर बैठे हैं उनको भी इस बात का पता है कि वह फैक्ट्री देवप्रयाग में नहीं है। और यह समझ से परे है कि इतने दिनों से वे लोग अनशन पर क्यों बैठे हैं, गांव के लोग फैक्ट्री के समर्थन में है और वहां के ढाई सौ लोगों को रोजगार मिला है इस फैक्ट्री में बनने वाली शराब भी उत्तराखंड में नहीं मिलेगी।


जब हमने शराब फैक्ट्री के विरोध में हरिद्वार में चल रहे क्रमिक अनशन को लेकर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेश से बात की तो नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि देबू में शराब को बढ़ावा देने की घोर निंदा की जानी चाहिए। भाजपा के लोग लगातार हमारी सरकार में शराब को लेकर हमला बोलते रहे हैं और अब भाजपा की सरकार केवल आय का साधन शराब को बनाना चाहती है इसका जनता विरोध कर रही है महिलाएं विशेष रूप से विरोध कर रही हैं। और हमारी पार्टी इसकी इस की घोर निंदा करती है। नेता प्रतिपक्ष का यह भी कहना है कि रोजगार बढ़ाने का माध्यम अगर शराब है तो यह हमें नहीं चाहिए सरकार की अगर इतनी हल्की सोच है कि शराबी ही केवल आय बढ़ाने का माध्यम हो सकती है तो हम इसकी निंदा करते हैं।


धरने पर बैठे हिंदू और सामाजिक संगठनों के लोगों से हमने बात की तो उनका कहना है कि आज हमें क्रमिक अनशन पर बैठे हुए 44 दिन हो गए हैं। ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक का कहना है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के मुंह से ऐसा बयान शोभा नहीं देता है। अजय भट्ट हिंदुओं को गुमराह करने का कार्य कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष के बयान की हम कठोर निंदा करते हैं। प्रदेश अध्यक्ष को देवभूमि में लग रही आठ फैक्ट्रियों का पहले सर्वे करना चाहिए, चार फैक्ट्री गंगा के किनारे पर लग रही हैं इन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से पूछा है कि कीर्तिनगर से फैक्ट्री कितनी ऊपर है वहीं इन्होंने आरोप लगाया है कि यह सरकार धर्म विरोधी है और माफियाओं के साथ मिलकर अवैध कामों को जोड़ने वाली सरकार है।


धरने पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता जेपी बडोनी ने तो इस सरकार को माफियाओं की सरकार बताया है इनका कहना है कि सत्ता में मूर्ख और चिलमची लोग पहुंच गए हैं। नौकरशाहों के बल पर इस सरकार ने उत्तराखंड की मूल अवधारणा को ध्वस्त किया है। उत्तराखंड के गीतकारो ने त्रिवेंद्र की हिलटॉप शराब को झापू की संज्ञा दी है। शराब पीकर सरकार में बैठे लोग वैज्ञानिक बने हुए हैं और उत्तराखंड के लोगों को भी नशे में झोंक देना चाहते हैं। सरकार में ऐसे अंधभक्त बैठे हैं, जिन्हें उत्तराखंड के परिवेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है वहीं अजय भट्ट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इनका कहना है कि अजय भट्ट पागल हो गए हैं यह लोग राज्य की मूल अवधारणा की लड़ाई से भी दूर रहे हैं यह लोग उत्तराखंड के जल जंगल और जमीन को समाप्त कर माफियाओं को सौंपना चाहते हैं।