नोएडा: दिल्ली नोएडा के बॉर्डर पर पिछले 10 दिनों से किसान धरने पर बैठे हुए हैं. उनका कहना है कि सरकार जब तक उनकी मांगों को नहीं मानती है, तब तक उनका धरना इसी तरह से जारी रहेगा. वहीं, आज सरकार और किसानों के प्रतिनिधिमंडल के बीच तीसरे दौर की बातचीत होगी. इस दौरान सरकार का ये प्रयास होगी कि कोई बीच का रास्ता निकाला जाए. किसानों ने साफ कह दिया है कि अगर बातचीत में सहमति नहीं बनती है, तो वह दिल्ली कूच करेंगे और संसद का घेराव करेंगे.


करेंगे संसद का घेराव


नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर किसान पिछले 10 दिनों से धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि देश का किसान एक है और यह कानून किसान विरोधी है. यही वजह है कि हम इंतजार कर रहे हैं कि अगर आज बातचीत कर सरकार हमारी मांगों पर सहमति जताती है, तो ठीक है, नहीं तो वह दिल्ली कूच करेंगे और संसद घेरेंगे.


किसान अपनी बात पर कायम


हालांकि, सरकार लगातार किसानों से बातचीत कर बीच का रास्ता निकालने का प्रयास कर रही है, लेकिन किसानों ने साफ कह दिया कि जिन मुद्दों को सरकार के सामने किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने पहली बार रखा था, वही मुद्दे आज भी कायम हैं. अगर सरकार उन मुद्दों पर सहमति जताती है, उन्हें मानती है तो आंदोलन खत्म होगा. नहीं तो यह आंदोलन आगे बढ़ेगा और किसान अब दिल्ली के लिए कूच कर संसद पर डेरा जमाएंगे.


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